Zero Shadow Day 2023: बेंगलुरु कड़ी धूप में भी नहीं दिखगी अपनी ही परछाई अनोखी घटना के गवाह बनने लोग घरों से बाहर निकले
Zero Shadow Day: आज कर्नाटक के बेंगलुरु के लोगों के लिए बेहद ही खास दिन है. क्योंकि आज उन्हें कड़ी धूप में भी अपनी परछाई नजर नहीं आएगी. इसे शून्य परछाई वाला दिन भी कहते हैं. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह घटना पूरे दिन के लिए होगी यह बस कुछ चंद मिनट के लिए होगा. इस घटना का गवाह बनने के लिए बेंगलुरु के लोगों में खासा उत्साह का वातावरण है.
यह घटना दोपहर 12:00 के बाद घटित होगी. यह घटना साल में दो बार होती है. इसी साल 25 अप्रैल को भी यह घटना घटी थी. जब लोगों को कुछ देर के लिए अपनी ही परछाई नजर नहीं आई थी. इस महत्वपूर्ण खगोलीय घटना के पीछे जो मुख्य कारण है वह है सूर्य की किरणों का सीधे पड़ना. अगर इसका सीधा संबंध देखा जाए तो अक्षांश रेखाओं से संबंधित है. प्रत्येक अक्षांश( कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच अवस्थित) रेखा पर एक दिन ऐसा जरूर होता है जब सूर्य की किरने सीधे पड़ती हैं और उस दिन परछाई नजर नहीं आती.
पृथ्वी पर किसी भी स्थान की स्थिति बताने के लिए दो प्रकार की रेखाओं की कल्पना की गई है.अक्षांश रेखा और देशांतर रेखा. जीरो डिग्री अक्षांश को विषुवत रेखा कहते हैं. जबकि 23.443662 डिग्री उत्तरी अक्षांश को कर्क रेखा(Tropic Of Cancer) और 23.43662 डिग्री दक्षिणी अक्षांश को मकर रेखा(Tropic Of Capricorn)कहते हैं.
कर्क रेखा भारत के 8 राज्यों से होकर गुजरती है और इन राज्यों में जिस स्थान से यह रेखा गुजरती है वहां 21-22 जून को दोपहर में कुछ समय के लिए लोगों को अपनी परछाई नजर नहीं आती है. हम सब जानते हैं कि 21 जून उनको उत्तरी गोलार्द्ध में सबसे बडा दिन और सबसे छोटी रात होती है.
यहां यह भी जान लेना जरूरी है कि भारत के जिन राज्यों से होकर अक्षांश रेखा गुजरती है वह राज्य हैं गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा एवं मिजोरम. यहां यह भी जान लें कि भारत से मकर रेखा नहीं गुजरती है. मकर रेखा दक्षिणी गोलार्ध के देशों से होकर ही गुजरती है भारत की स्थिति पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में है.