Economist Amartya Sen death Row: ज़िंदा हैं विश्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन मौत की खबर का उनके परिवार वालों ने किया खंडन झूठी खबर से परिवार आहत
सोशल मीडिया पर विश्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन( World Famous Economist Amartya Sen) की मृत्यु को लेकर जैसे ही सूचना मिली यह खबर आग की तरह फैलने लगी. लेकिन अब इस खबर को लेकर पुष्टि हो चुकी है कि यह खबर पूरी तरह से झूठी थी. अमर्त्य सेन पूरी तरह से स्वस्थ हैं. उनके परिवार वालों ने इस बात की पुष्टि कर दी है.विश्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन की मौत की खबर पूरी तरह से झूठी परिवार वालों ने कहा वो बिल्कुल स्वस्थ
अमर्त्य सेन की मृत्यु को लेकर झूठी अफवाह जब फैली तो कई Bollywood Celebrities ने भी इस बात का खंडन किया. जिसमें नंदिता दास(Nandita Das) का नाम भी शामिल है. नंदिता दास ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि अमर्त्य सेन पूरी तरह से ठीक है और उनको लेकर यह सिर्फ अफवाह फैलाई जा रही है. नंदिता दास इस झूठी खबर से बेहद आहत थी.
वहीं विवाद जब बढ़ने लगा तो उनके परिवार से उनकी बेटी ने अमर्त्य सेन के साथ एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा है कि पापा बिल्कुल स्वस्थ हैं और जो खबर फैलाई जा रही है वह बिल्कुल झूठ है. बताते चलें कि अमर्त्य सेन भारत ही नहीं बल्कि विश्व के जाने-माने अर्थशास्त्री हैं और अर्थशास्त्र के मामले में अपनी बेवाक राय रखने के लिए जाने जाते हैं.
Friends, thanks for your concern but it’s fake news: Baba is totally fine. We just spent a wonderful week together w/ family in Cambridge—his hug as strong as always last night when we said bye! He is teaching 2 courses a week at Harvard, working on his gender book—busy as ever! pic.twitter.com/Fd84KVj1AT
— Nandana Sen (@nandanadevsen) October 10, 2023
अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन की मौत की खबर आने के बाद लोगों ने बिना खबर की पुष्टि किए ही उन्हें श्रद्धांजलि देनी भी शुरू कर दी थी. अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि आखिर अमर्त्य सेन की मृत्यु की झूठी खबर किसने फैलाई और क्यों.
सोशल मीडिया के जमाने में कौन सी खबर सच्ची है और कौन सी खबर झूठी है इसे तय करना बेहद ही मुश्किल होता जा रहा है. वैसे तो कई फैक्ट फाइंडिंग टीम हैं जो की इस कार्य में संलग्न है जिससे कि सच और झूठ का पता चल सके. लेकिन जब तक सच-झूठ का पता चलता है तब तक खबर बड़े पैमाने पर फैल चुकी होती है.
झूठी खबर के कारण कभी-कभी तो बड़ी-बड़ी कंपनियों के शेयर भी डूब जाते हैं. ऐसा ही हाल में ही एक फार्मा कंपनी के साथ भी हुआ था. जब फार्मा कंपनी के नाम से एक फेक अकाउंट बनाया गया और कंपनी के बारे में कुछ ऐसा कहा गया कि कंपनी के शेयर धड़ाम से नीचे आ गए थे.
सोशल मीडिया को लेकर अब यह जरूरत है कि लोगों में जागरूकता रहे साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भी यह जिम्मेदारी लेनी होगी कि फेक न्यूज़ का प्रसार प्रसार कम हो. अभी इसराइल(Israil) और हमास(Hamas) के बीच युद्ध का वातावरण है. ऐसे में इस युद्ध को लेकर भी कई झूठी खबरें चलाई जा रही हैं. लोग झूठी खबरों पर विश्वास कर लेते हैं और फिर इसे आगे फॉरवर्ड भी कर देते हैं जिस कारण झूठ फैलता चला जाता है. thebharatbandhu.com हमेशा से यह प्रयास करता है की झूठी खबरों को प्रसारित न किया जाए साथ ही झूठी खबरों का पर्दाफाश करने में भी अग्रणीय भूमिका अदा करता है.
अब देखना यह है कि अमर्त्य सेन की मौत(Amartya Sen Death) की झूठी खबर(Fake News) फैलाने वालों पर सरकार और सोशल मीडिया की क्या कार्रवाई होती है.ऐसे लोगों पर नकेल कसने की जरूरत है नहीं तो इनके मनोबल बढते जाएंगे. बताते चले कि भारत सरकार ने फेक न्यूज़ को लेकर बेहद ही सख्त कानून बनाए हैं लेकिन फिर भी खासकर सोशल मीडिया पर फेक न्यूज़ की भरमार है.