UPSC(P) परीक्षा COVID-19 के कारण अब अक्टूबर में IAS IPS IFS की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए राहत
कोविड-19 के कारण पिछले साल की तरह ही इस साल भी यूपीएससी की परीक्षा को अक्टूबर में कराए जाने का फैसला लिया गया है. यूपीएससी प्रिलिमनरी की परीक्षा 27 जून को होने वाली थी जिसे कि अब 10 अक्टूबर को कराने का फैसला लिया गया है. पिछले साल भी कोरोना महामारी के कारण इस परीक्षा को 31 मई की जगह 4 अक्टूबर को आयोजित किया गया था. मालूम हो कि ये परीक्षा आईएएस आईपीएस आईएफएस सेवाओं में चयनित होने के लिए प्रवेश द्वार है. यह प्रारंभिक परीक्षा है इसमें दो प्रश्न पत्र होते हैं एक सीसैट और दूसरा जीएस.
इस परीक्षा के अंको को फाइनल रिजल्ट में नहीं जोड़ा जाता है. यह परीक्षा सिर्फ और सिर्फ क्वालीफाइंग है. यूपीएससी परीक्षा के तीन चरण हैं पहला चरण प्रारंभिक जिसे की अक्टूबर तक टाला गया है दूसरा चरण लिखित और तीसरा चरण व्यक्तिगत साक्षात्कार होता है.
BIHAR JHARKHAND MAHARASHTRA में LOCKDOWN बढ़ा
बिहार झारखंड और महाराष्ट्र में लॉकडाउन का विस्तार कर दिया गया है. बिहार में लॉकडाउन को 10 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है अब यह 25 तारीख तक रहेगा. वहीं झारखंड में लॉकडाउन को 2 सप्ताह का विस्तार दिया गया है अब झारखंड में लॉकडाउन 27 मई तक रहेगा.सबसे लंबा विस्तार लॉकडाउन का महाराष्ट्र में किया गया है जहां की लॉकडाउन 1 जून तक रहेगा.
महाराष्ट्र के चीफ सेक्रेटरी ने बताया कि महाराष्ट्र में लॉकडाउन में सख्ती को और बढ़ा दिया गया है. अब महाराष्ट्र में किसी भी माध्यम से अगर आप प्रवेश करते हैं तो उसके लिए rt-pcr की नेगेटिव रिपोर्ट जरूरी होगी और वो रिपोर्ट 48 घंटे से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए.
मालूम हो कि 2 दिन पहले ही आईसीएमआर ने एक गाइडलाइन जारी कर कहा था कि एक राज्य से दूसरे राज्य जाने के लिए rt-pcr की जरूरत नहीं होगी. लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने मामलों को नियंत्रण में रखने के लिए इस कदम को उठाया है महाराष्ट्र में नए मामलों में कमी तो आई है लेकिन मृत्यु दर अभी भी चिंता का विषय बना हुआ है. बीते 24 घंटे में महाराष्ट्र में लगभग 816 लोगों की मौत हुई है.
इस सबके बीच बिहार सरकार ने लॉकडाउन बढ़ाने के पीछे जो तर्क दिया है वह यह है कि लॉकडाउन से महामारी पर बहुत हद तक नियंत्रण कर लिया गया है. अब नए मामलों में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है. इसलिए इस सख्ती को कुछ दिन और बढ़ाने का फैसला किया जा रहा है. जिससे की महामारी पर और भी नियंत्रण स्थापित हो सके.इन सब बातों की जानकारी CM NITISH KUMAR ने खुद दी है.
मालूम हो कि बीते 24 घंटे में बिहार में लगभग 10 हजार के करीब नए मामले आए हैं जबकि 12 हजार लोग संक्रमण से मुक्त हो गए. वहीं 74 लोगों की मौत भी इस बीमारी से हुई है.
अगर झारखंड की बात करें तो झारखंड में बीते 24 घंटे में 4000 से अधिक मामले आए जबकि संक्रमण से मुक्त होने वालों का आंकड़ा 8000 से ऊपर का है और 97 लोगों की मौत हो गई.
झारखंड लॉकडाउन पर विशेष जानकारी के लिए पढ़े…
https://www.thebharatbandhu.com/news-update/covid-19-happy-hypoxia-jharkhand/