UP के CM योगी आदित्यनाथ इन दिनों covid-19 को लेकर काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं.कोरोना संक्रमण को काबू में करने को लेकर ताबड़तोड़ मीटिंग और दौरे कर रहे हैं.
सीएम योगी का कहना है कि यूपी में हालात अब काबू में आते जा रहे हैं. मीडिया को थोड़ा सकारात्मक रवैया अपनाना चाहिए.
योगी का कहना है उत्तर प्रदेश में संक्रमण में कमी आई है. यहां के हालात अब नियंत्रण में हैं और UP में इलाज के अभाव में मौतें नहीं हो रही हैं.उन्होंने जोर देते हुये कहा की दूसरे राज्यों में ऐसी घटनाएं हो रही होंगी लेकिन यूपी में ऐसा कुछ भी नहीं है. मीडिया को चाहिए कि वह डर के बजाए पॉजिटिविटी फैलाए. लोगों को सकारात्मकता की जरूरत है.
सीएम योगी का बयान एक मायने में सही भी लगता है. अगर corona के सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो निश्चित ही यूपी में संक्रमण के मामले घटे हैं. कल बीते 24 घंटे में यूपी में जहां नए संक्रमितों की संख्या 10 हजार 505 थी. वहीं इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 24837 थी.
लेकिन आंकड़ों से परे जाकर गांवों का हाल देखने से पता लगता है कि स्थिति वैसी नहीं है जैसा कि आंकड़ों में बताया जा रहा है.
खासकर बिहार से सटे गांवों की स्थिति ज्यादा खराब है. गंगा किनारे 2 से 3 फुट रेत में ही अनगिनत शवों को दफनाया गया है. गांवों में कहीं-कहीं एक ही परिवार से 5 से 6 लोगों की मौत हो गई है.
इन सब बातों के पीछे का कारण भी बड़ा ही स्पष्ट है. आज भी स्वास्थ्य सुविधाओं का विकेंद्रीकरण नहीं हुआ है. स्वास्थ्य सुविधाओं पर अभी भी शहरों का एकाधिकार बना हुआ है. गांवों में अस्पताल हैं तो डॉक्टर नहीं और कहीं डॉक्टर हैं तो चिकित्सकीय साजो सामान नहीं.
corona महामारी के इस दौर में यह स्थिति सिर्फ गांवों की ही नहीं शहरों में भी स्वास्थ्य सुविधाएं चरमरा गई हैं. आए दिन मीडिया रिपोर्ट्स में हम लखनऊ वाराणसी जैसे शहरों का हाल सुनते रहते हैं. कहीं मरीज अस्पताल में जमीन पर लेटे हुए हैं तो कहीं प्रशासन और अस्पताल की लापरवाही से मर रहे हैं.
मालूम हो कि कुछ दिन पहले तक यूपी में चाहे वो सरकारी अस्पताल हो या प्राइवेट अस्पताल उसमें कोविड-19 मरीजों की भर्ती के लिए सीएमओ के लेटर की जरूरत होती थी. इस गैरजरूरी नियम के कारण न जाने कितने लोगों को मौत हो गई.
समय पर वेंटिलेटर की सुविधा नहीं मिलने कारण भी बहुत सारे लोगों की मौत हुई.
अभी हाल में ही बनारस घराने के सुप्रसिद्ध गायक पद्मविभूषण पंडित राजन मिश्रा जी की मौत हुई थी. जिसके बाद उनके बेटे ने कहा था कि अगर उनको समय पर वेंटिलेटर की सुविधा मिल जाती तो उनकी जान बच सकती थी. यह अलग बात है उनकी मृत्यु के बाद बीएचयू परिसर में 750 बेड का अस्थाई कोविड-19 अस्पताल को उनका नाम दिया गया.इस हॉस्पिटल को डीआरडीओ द्वारा स्थापित किया गया है.
अगर सीएम योगी के बयानों पर गौर करें तो वह बार-बार कह रहे हैं हम तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. उनका कहना है इसके लिए हम ने कमर कस ली है.
इन सब बातों से तो यही लगता है कि corona की दूसरी लहर अब जाने वाली है. लेकिन सरकारी बयान और नेताओं के आश्वासन से जमीनी हकीकत अलग होती है. इस जमीनी हकीकत का सामना सामान्य लोगों को ही करना होता है.
एक नज़र UP के कोरोना आंकड़ों पर
- बीते 24 घंटों में नए संक्रमितों की संख्या: 10,505
- बीते 24 घंटों में कुल मौतों की संख्या : 308
- बीते 24 घंटों में संक्रमण से मुक्त हुये लोगों की संख्या: 24,837
- बीते 24 घंटों में कुल टेस्ट: 2.7 लाख
- अभी तक आये कुल संक्रमितों की संख्या: 16,19,645
- अभी तक कुल मौतों की संख्या :17,546
- अभी वर्तमान में कुल एक्टीव मरीजों की संख्या; 1,63,003
जानिये कैसे अब कोरोना युवाओंं के लिये खतरनाक होता जा रहा है
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