आ पूछ हाल-ए-मर्ज़
वक्त रहते ही,
वबा से नहीं,तेरी बेरुखी
से मर जाएंगे हम!!!
अस्पतालों में OXYGEN की कमी
COVID-19 से देश में हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल है लेकिन इस अफरा-तफरी में कोविड-19 से ज्यादा हाथ अव्यवस्था का है. दो दिनों से कोरोना से प्रभावित राज्यों से ऑक्सीजन की कमी के बयान और घटनाएं सामने आ रही थी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री हों या फिर महाराष्ट्र के या झारखंड के सब ने अपने राज्य में ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर आवाजें बुलंद की थी और आज भी कर रहे हैं. पूरा का पूरा सोशल मीडिया चाहे वह TWITTER हो या FACEBOOK हर जगह यही खबरें ट्रेंड में हैं अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी.
ये खबरें किसी प्रोपेगेंडा का हिस्सा नहीं है बल्कि अधिकांश खबरों में लोगों का दर्द साफ झलकता है. आज दोपहर में एक खबर ने ऑक्सीजन की कमी पर जितनी बातें हो रही थी उस पर मोहर लगा दी.
22 patients at hospital die due to low oxygen supply following leakage in Nashik: district collector
— Press Trust of India (@PTI_News) April 21, 2021
घटना महाराष्ट्र के नासिक की है जहां ऑक्सीजन रिफिलिंग में देरी और अव्यवस्था के कारण 22 मरीजों ने दम तोड़ दिया वहीं ताजा जानकारी के अनुसार अब यह संख्या 24 हो गई है.
Death toll in Nashik hospital oxygen tragedy rises to 24 as two more patients die: District collector
— Press Trust of India (@PTI_News) April 21, 2021
जरा सोचिए जब आपके सामने आपके परिजन आपके मित्र दम तोड़ रहे हों और आप किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थिति में खड़े रहें, यानी चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहे हों तो आपकी हालत कैसी होगी. उस वेदना संवेदना को जरा महसूस कीजिए.
महाराष्ट्र को लेकर सरकारी बयान में ऑक्सीजन सप्लाई में 35 मिनट की देरी की बात कही गई है लेकिन मीडिया रिपोर्ट और वहां उपस्थित परिजनों से पता चला है कि ऑक्सीजन सप्लाई लगभग 2 घंटे तक बाधित रही. इस घटना को देखकर क्या हम कह सकते हैं कि लोगों को कोरोना ने मारा है नहीं ये लोग सरकारी तंत्र की विफलता,अकर्मण्यता और अव्यवस्था की भेंट चढ़ गए.
पिछले दिन की एक घटना शहडोल मेडिकल कॉलेज की थी यहां भी कथित रूप से मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी से हो गई. यह हाल तो बड़े-बड़े मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों का है इनकी संख्या तो उंगलियों पर गिनी जा है सकती लेकिन दूर दराज के छोटे-छोटे अस्पतालों हेल्थ सेंटरों की क्या हालत होगी आप इसका अनुमान भी नहीं लगा सकते.
दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को जमकर लताड़ लगाई
Why Centre not waking up to gravity of situation? We are shocked and dismayed hospitals running out of oxygen but steel plants running:HC
— Press Trust of India (@PTI_News) April 21, 2021
ऑक्सीजन की कमी पर कल और आज दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को जमकर लताड़ लगाई. कोर्ट ने केंद्र से कहा आप कह रहे हैं 22 तारीख से औद्योगिक प्रतिष्ठानों को ऑक्सीजन सप्लाई कम कर दी जाएगी लेकिन जरूरत तो आज है.. क्या आप हॉस्पिटल में भर्ती मरीज जो बिना ऑक्सीजन मर रहा है उसे 22 तारीख तक रुकने को कह सकते हैं. हाईकोर्ट की इस प्रकार की टिप्पणी के बाद भी अगर सरकार नींद से नहीं जागती है तो इस पर भला और कोई टिप्पणी क्या करे.
प्रधानमंत्री मोदी का सम्बोधन और UP में अस्पताल OXYGEN के लिये चिपका रहें हैं NOTICE
प्रधानमंत्री मोदी देश को संबोधित करते हैं जिसमें आश्वासन के तड़के के सिवा और कुछ भी नया नहीं होता तो जनता क्या करें सुविधाओं के अभाव में तड़प कर मरते हुए मरीज को आश्वासन नहीं इलाज चाहिए. आज पीटीआई की एक खबर के मुताबिक सर गंगा राम हॉस्पिटल ने कहा हमारे पास मात्र 5 घंटे का ऑक्सीजन बचा है मरीज आईसीयू में भर्ती हैं कुछ मरीज बाहर भर्ती होने के लिए खड़े हैं अगर ऑक्सीजन की सप्लाई जल्द नहीं की गई तो किसी भी बड़ी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता.
वहीं यूपी और मध्य प्रदेश से भी बहुत सारी खबरें आ रही हैं जिसमें हॉस्पिटल नोटिस चिपका रहे हैं कि हमारे पास अब ऑक्सीजन नहीं है आप कृपया अपने मरीजों को कहीं और ले जाएं.
ICMR ने दी vaccine के लिये एक अच्छी खबर
ऑक्सीजन की कमी की खबरों के बीच एक अच्छी खबर यह है कि आईसीएमआर ने बताया है कि COVAXIN जिसका निर्माण भारत बायोटेक और आईसीएमआर के संयुक्त प्रयास से किया गया है. यह वैक्सीन कोरोना के बदलते हुए हर स्वरूप पर कारगर है और सामान्य से लेकर गंभीर मरीजों पर भी इसका प्रयोग सफल पाया गया है.ICMR ने इसके लिए अपने तीसरे चरण के ट्रायल का हवाला दिया है. मालूम हो कि केंद्र सरकार ने 1 मई 2021 से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीनेशन प्रक्रिया में शामिल करने की घोषणा कर दी है यानी अब वैक्सीन लेने के लिए उम्र संबंधी बाध्यता 1 मई से समाप्त कर दी जाएगी.
FREE VACCINATION पर केंद्र सरकार की नई GUIDELINE
VACCINE को लेकर एक बड़ी खबर यह है कि अब केंद्र सरकार प्राइवेट अस्पतालों को वैक्सीन नहीं देगी. प्राइवेट अस्पतालों को वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों से सीधा संपर्क करना होगा.
गाइड लाइन में यह भी कहा गया है कि केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे मुफ्त टीकाकरण कार्यक्रम अब केंद्र सरकार द्वारा संचालित टीका केंद्रों तक ही सीमित होगा. यहां भी एक बात और गौर करने वाली यह है कि अब इन टीका सेंटरों पर सिर्फ बुजुर्ग, चिकित्सा व्यवस्था से जुड़े लोग और फ्रंटलाइन वर्क को ही VACCINE दी जाएगी. अन्य लोगों को अब प्राइवेट अस्पतालों का रुख करना होगा.
SII ने Covishield के मूल्य मेें की वृद्धी
इन सभी खबरों के साथ एक और खबर को जोड़ना जरूरी है SII यानी सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया जोकि Covishield वैक्सीन का निर्माण कर रही है उसने VACCINE का मूल्य बढा दिया है.अब covishield निजी अस्पतालों को ₹600 में और राज्य सरकारों को ₹400 में दी जाएगी. मालूम हो कि कल ही केंद्र सरकार ने कहा था कि अब राज्य सरकारें और प्राइवेट अस्पताल corona vaccine सीधे कंपनियों से खरीद सकती हैं.
UP MP BIHAR में मुफ्त VACCINE
Bihar government to provide free COVID vaccination to all aged above 18: Chief Minister Nitish Kumar
— Press Trust of India (@PTI_News) April 21, 2021
लोगों को मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध कराने में UP के साथ-साथ मध्य प्रदेश और बिहार का नाम भी जुड़ गया है. आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि उनकी सरकार 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को मुफ्त VACCINE की सुविधा उपलब्ध कराएगी. वहीं बिहार सरकार ने भी 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को मुफ्त VACCINE की सुविधा उपलब्ध कराने की बात की हैैै..
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