Kanpur Raid Piyush Jain:कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन(Piyush Jain) को जेल, 195 करोड़ कैश 23 kg सोने को किया गया सीज, जब बेटा पहुंचा थाने नाश्ता देने पुलिस ने नहीं दी इजाजत, रात भर सोया जमीन पर आज भेजा गया जेल.
कानपुर की इत्र व्यापारी पीयूष जैन(Piyush Jain) की अकूत संपत्ति को देखकर अधिकारियों की आंखें फटी की फटी रह गई. पीयूष जैन के घर से 195 करोड रुपए कैश बरामद हुए हैं जबकि 23 किलो सोना भी बरामद किया गया है.
साथ ही 6 करोड़ से अधिक का चंदन का तेल भी बरामद किया गया है. इत्र कारोबारी के घर से इस अकूत संपत्ति मिलने के बाद हर तरफ सनसनी फैल गई है.
कहीं पीयूष जैन(Piyush Jain) का संबंध हवाला कारोबार से तो नहीं
अब यह भी सवाल उठने लगे हैं कि कहीं पीयूष जैन का संबंध हवाला कारोबार से तो नहीं, क्योंकि इतनी बड़ी रकम किसी एक व्यक्ति के घर से मिलना मामूली बात नहीं है.
पीयूष जैन के घर लगातार तीन दिनों तक इनकम टैक्स(Income Tax) और अन्य विभागों की छापेमारी चलती रही. नोट इतने ज्यादा थे कि गिनने के लिए कई मशीनों का इस्तेमाल किया गया.
नोट ले जाने के लिए स्टील के बक्से मंगाए गए और फिर उनमें नोट को भरकर RBI के चेस्ट में जमा कराया गया.
अब तो यह भी सवाल उठने लगे हैं कि ऐसा संभव ही नहीं है कि कोई व्यक्ति इतना बड़ा हेरफेर बिना किसी राजनीतिक पहुंच के कर सकता है.
पीयूष जैन ने घर को चारों तरफ से कटीले तारों से घिरवा रखा था और शाम ढलते ही उन तारों में दौड़ते थे करंट
पीयूष जैन ने अपने घर को चारों तरफ से कटीले तारों से घिरवा रखा था और शाम ढलते ही उन तारों में वह करंट दौड़ा देता था.
पीयूष जैन के घर में इतना सारा पैसा होने के बाद भी एक भी CCTV कैमरा नहीं लगा हुआ था. सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए जाने के पीछे जो विश्लेषण अभी सामने आ रहे हैं वह यह है कि वह नहीं चाहता था कि आने-जाने वाले लोगों का कोई रिकॉर्ड हो.
आज पीयूष जैन को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है लेकिन अभी भी सवाल वही है कि क्या पियूष जैन इतने बड़े कारोबार को अकेले चला रहा था या फिर उसके साथ और भी लोग शामिल थे.
इत्र के कारोबार में इतनी बड़ी रकम पकड़ में शायद पहली बार सामने आई है. पीयूष जैन के घर छापा पड़ते ही कानपुर और कन्नौज के कई अन्य इत्र व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर वहां से नौ दो ग्यारह हो गए.
इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर में जो लॉकर लगे हुए थे वे लॉकर(Locker) फिंगरप्रिंट(fingrprint) से खुलने वाले थे और वह इतने मजबूत थे कि उन्हें तोड़ना भी मुश्किल था.
कई लॉकर ऐसे थे जो दीवारों में चुनवा दिए गए थे, जिनको वहां से निकालने के लिए आर्किटेक्ट की मदद ली गई.
अब देखना यह है कि इस अकूत संपत्ति के मालिक पीयूष जैन ही है या फिर उनके साथ और भी लोग जुड़े हुए हैं साथ ही पीयूष जैन पर क्या कार्यवाही होती है यह भी गौर करने वाली बात होगी.
एक चुनावी राज्य में इतनी बड़ी मात्रा में पैसे का मिलना शासन प्रशासन पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है
मालूम हो कि यूपी अभी एक चुनावी राज्य है और यहां पर इतनी बड़ी मात्रा में पैसे का मिलना शासन प्रशासन पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है.
बीजेपी के कई नेता पीयूष जैन का संबंध समाजवादी पार्टी से जोड़कर बता रहे हैं और कह रहे हैं कि योगी के राज में कहीं भी कोई भी गलत काम नहीं कर सकता जो भी गलत करेगा वह पकड़ा जाएगा.
लेकिन यहां एक बात और ध्यान देने योग्य है कि पीयूष जैन कोई नए कारोबारी नहीं हैं, आखिर इतनी संपत्ति रातों-रात तो खड़ी नहीं की गई होगी तो फिर इतने दिनों से उन पर कार्यवाही क्यों नहीं हुई थी. चुनावी समय में ही उस पर हुई कार्यवाही को भी लोग शक की निगाह से देख रहे हैं.
कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात भी सामने आ रही है कि जो संपत्ति पीयूष जैन के पास से बरामद हुई है कहीं ऐसा तो नहीं कि UP चुनाव में इसका इस्तेमाल होने वाला था.
वैसे अभी तक कोई भी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है कि पीयूष जैन के पास इतनी अकूत संपत्ति कहां से आई. क्योंकि अब मामला न्यायालय के विचाराधीन है, इसलिए इस पर किसी भी प्रकार की अतिरिक्त बातचीत करने से अधिकारी भी बच रहे हैं.