India Vs New Zealand Final: भारत का Champions Trophy में लगातार टॉस हारना..फाइनल में टॉस हारने का क्या हो सकता है असर..
India Vs New Zealand Final 9 मार्च को खेला जाएगा लेकिन उससे पहले एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर बात करना जरूरी है और वो मुद्दा है भारत आखिरी 14 मैचों में (चैंपियंस ट्रॉफी 2025 सहित) लगातार टॉस हार रहा है। यह ODI इतिहास में टॉस हारने का सबसे लंबा सिलसिला है, जिसकी शुरुआत 19 नवंबर, 2023 को अहमदाबाद में विश्व कप फाइनल से हुई। इसके बावजूद, भारत ने 14 मैचों में से नौ जीत हासिल की है और चार मैच हारने के साथ एक टाई (श्रीलंका के खिलाफ) रहा है।
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम (DICS) में, कप्तान रोहित शर्मा( ने सभी चार टॉस हारे हैं, फिर भी प्रत्येक मैच का नतीजा उनके पक्ष में रहा है। न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में पहुंचने के बाद, भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी में अब तक एकमात्र अपराजित टीम हैं, जो टॉस फैक्टर से अप्रभावित हैं, हालांकि DICS लंबे समय से ऐसी परिस्थितियां प्रदान करने के लिए जाना जाता है जो दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम के पक्ष में रहा है।
हालांकि भारत ने अभी तक खेले 4 मैचों में जहाँ एक बार पहले बल्लेबाजी की है वहीं उन्होंने 3 मैच दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करके जीती है। बात अगर ICC एकदिवसीय प्रतिस्पर्धा के फाइनल की कीजाये तो भारत ने अभी तक कुल 8 फाइनल मैच खेले हैं जिसमें से उसे 3 जीत, 4 हार और एक का कोई नतीजा नहीं रहा है। अब देखना ये होगा की रविवार को भारत के झोली में जीत आती है या हार।
अब तक कुल Champions Trophy के 8 संस्करण हो चुके हैं जिसमें भारत और ऑस्ट्रेलिया ने दो-दो बार ये खिताब अपने नाम किया है वहीँ न्यूज़ीलैंड, साउथ अफ्रीका, पाकिस्तान, श्रीलंका और वेस्ट इंडीज की टीमें ये खिताब एक- एक बार जीता है। इस बार 9वें संस्करण को अगर भारत जीत जाता है तो वो तीसरी बार इस ख़िताब को जीत कर सबसे आगे निकल जायेगा, वहीं अगर न्यूज़ीलैंड जीत जाती है तो वो भारत और ऑस्ट्रेलिया के साथ आ खड़ी होगी।