India Vs New Zealand का फाइनल मुकाबला 9 मार्च को लेकिन उससे पहले क्या साउथ अफ़्रीकी टीम में स्पिनर्स की कमी एक मुख्य वजह रही हार की…
India Vs New Zealand का फाइनल मुकाबला 9 मार्च को दुबई में खेला जाएगा लेकिन उससे पहले साउथ अफ्रीकी टीम की हार के लिए जिम्मेदार महत्वपूर्ण पहलुओं पर गौर करना भी बेहद जरूरी है . ICC Champions Trophy 2025 के सेमीफाइनल मुकाबलों में दक्षिण अफ्रीका का रिकॉर्ड इस हार के बाद और खराब हो गया है (9 हार और सिर्फ एक जीत)।
साउथ अफ्रीकी गेंदबाज़ों ने साधारण गेंदबाज़ी की और पूरे मैच में उनका प्रभाव नहीं दिखा। यह तथ्य कि महाराज के अलावा स्पिन विभाग में उनके पास कोई गेंदबाज नहीं था इसका असर बीच के ओवरों में देखने को मिला, जब साउथ अफ्रीका कीवी बल्लेबाज़ों का विकेट निकालने में कामयाब नहीं रहे।
लाहौर के गद्दाफ़ी स्टेडियम में खेले गए दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूज़ीलैंड(NZ) कप्तान केन विलियमसन ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया और उनका यह फैसला सही रहा।आठवें ओवर में Will Young (21 रन/ 23 गेंद) का विकेट गिरने के बाद कप्तान Williamson और Rachin Ravindra ने 33 ओवरों तक कोई नुकसान नहीं होने दिया और अपनी टीम को 212 रनों के स्कोर पर पहुँचा दिया, दोनों बल्लेबाज़ों ने 164 रनों की साझेदारी की।
34वें ओवर की तीसरी गेंद पर तेज गेंदबाज रबाडा ने Rachin Ravindra को 108 रनों पर आउट किया। कप्तान Williomson भी अपना शतक पुरा करने के बाद ज्यादा देर रुके नहीं 94 गेंदों मे 102 रन बना कर Mudler का शिकार बने। इन दोनों बल्लेबाज़ों ने आउट होने से पहले अपनी टीम को एक मजबूत इस्थिति में पहुँचा दिया था जिसका फायदा कीवी मध्यक्रम को मिला।
मध्यक्रम के बल्लेबाज़ों ने इसका फायदा उठाते हुए तेज़ खेला, Daryl Mitchell ने तेज़ खेलते हुए 37 गेंदों में 49 रन बनाए, Glenn Phillips ने भी 27 गेंदों में धुआँधार 49 रन बना डाले और अपनी टीम का स्कोर 50 ओवर में 6 विकेटों के नुकसान पर 362 तक पहुँचा दिया।
363 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका की टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और सलामी बल्लेबाज Ryan Rickelton 5वें ओवर में 17 रनों के निजी स्कोर पर Matt Henry का शिकार बने।
हालांकि कप्तान Temba Bavuma और Van der Dussen ने अपनी टीम को कुछ संभालने की कोशीश की मगर 23वें ओवर में कप्तान Bavuma 56 रनों पर और फिर van der Dussen 27वें ओवर में 69 बना कर वापस पवेलियन लौट गए। दोनों बल्लेबाज़ों के आउट होते ही साउथ अफ्रीकी पारी बिखरती चली गई।मिलर ने 67 गेंदों में शतक जड़ा लेकिन उन्हें दूसरों से ज्यादा समर्थन की जरूरत थी जो उन्हें नहीं मिली। साउथ अफ्रीका की टीम 50 ओवरों में 9 विकेट खो कर मात्र 319 रन ही बना सकी और मैच 50 रनों से हार गई।
जब कीवियों की बात आती है, तो वे हमेशा बेहतर प्रदर्शन करते हैं, खासकर बड़े टूर्नामेंट में। उनके बल्लेबाजों का पलड़ा भारी था और उनके स्पिनरों ने अच्छी गेंदबाज़ी की। एक बात जो उनको ध्यान में रखनी होगी वो ये की इस मैच में उनकी डेथ बॉलिंग पर पानी फिर गया, जब मिलर मजबूती से खेल रहे थे और यह एक ऐसा क्षेत्र है जिस पर उन्हें काम करने की ज़रूरत है।
रचिन रविंद्र को उनकी बेहतरीन बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी के लिए मैन ऑफ दी मैच चुना गया।