पुणे में खेले जा रहे एकदिवसीय मैचों की सीरीज के अंतिम और निर्णायक मैच में इंग्लैंड की टीम ने टॉस जीता लेकिन भारत को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया था.
भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड को 330 रनों का लक्ष्य दिया था.
टीम इंडिया 48.2 ओवर में 329 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी. अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी का परिचय देते हुए ऋषभ पंत ने 62 बॉल पर 72 रन बनाए वहीं धवन ने 56 बॉल पर 67 और हार्दिक पांड्या ने 44 बॉल पर 64 रन भारतीय खाते में जोड़ें.
वहीं अगर छक्कों की बात करें तो भारतीय टीम ने कुल 11 छक्के लगाए जिसमें ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या ने बराबर चार-चार छक्के लगाए.
आखिर में शार्दुल ठाकुर ने 21 बॉल की मदद से 30 रन बनाए. इन 30 रनों में शार्दुल के बेहतरीन 3 छक्के भी शामिल हैं.
इंग्लैंड की टीम को शुरुआती दो झटके लगे लेकिन मुकाबले में रोमांच बरकरार रहा. आइए जानते हैं अपने लाख प्रयास के बावजूद इंग्लैंड की टीम कैसे इस मैच को हार गई..
शुरुआती ओवरों में दोनों सलामी बल्लेबाजों का विकेट गंवाने के बाद बेन स्टोक्स और डेविड मलान ने पारी को आगे बढ़ाया मगर इस साझेदारी को टी नटराजन ने 11वें ओवर में तोड़ दिया.
स्टोक्स को 35 रनों के निजी स्कोर पर आउट किया. फिर आए कप्तान बटलर भी कुछ ज्यादा नहीं कर पाए और 16वें ओवर में मात्र 15 रन बनाकर शार्दुल ठाकुर का शिकार बने.
छठे विकेट के रूप में आए नए बल्लेबाज लिविंगस्टोन ने मलान के साथ मिलकर 60 रन टीम के खाते में जोड़ें.
मगर एक बार फिर शार्दुल ठाकुर ने इस साझेदारी को तोड़ा और लगातार दो ओवरों में दोनों बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया.
लिविंगस्टोन 24वें ओवर में 36 रन बनाकर आउट हुए वही 26वें ओवर में मलान 50 रन बनाकर वापस गए.
31वें ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने मोईन अली को आउट किया, अली ने 29 रन बनाए.
एक समय इंग्लैंड की टीम 200 रनों पर 7 विकेट गंवाकर दबाव में आ गई थी मगर यहां से सैम कैरन और आदील राशीद ने बेहतरीन बल्लेबाजी का परिचय दिया.
40वें में ओवर में राशिद के आउट होने तक दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर टीम का स्कोर 257 तक पहुंचा दिया था. राशिद ने 19 रन बनाये और ठाकुर क शिकार बने.
सैम कैरन ने नाबाद 95 रन बनाए, अपनी पारी कुल 9 चौके ओर 3 छक्के लगाये लेकिन इतना करने के बाद भी टीम को जीत तक नहीं पहुंचा सके. जब आखिरी ओवर में इंग्लैंड की टीम को जीत के लिए 14 रन चाहिए थे तो मार्क वुड 2 रन लेने के प्रयास में रन आउट हो गए और इंग्लैंड की टीम 50 ओवरों में 9 विकेट के नुकसान पर 322 रन ही बना सकी.
इस प्रकार मैच को भारतीय टीम ने 7 रनों से जीत लिया वही श्रृंखला भी 2-1 से अपने नाम किया.
इस मैच में शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच सैम करन को चुना गया वहीं मैन ऑफ द सीरीज का खिताब जॉनी जाँनी बेयरस्टो को मिला.
सीरीज और मैच जीतने के बाद भी विराट कोहली क्यों हो गए नाराज..
जब मैन ऑफ द सीरीज और मैन ऑफ द मैच की घोषणा हुई तो विराट कोहली भड़क गए.
विराट का कहना था हमारे खिलाड़ी शार्दुल ठाकुर और भुनेश्वर कुमार को आवार्ड ना मिलना बेहद आश्चर्यजनक है. मालूम हो कि तीसरे वनडे में शार्दुल ठाकुर ने चार विकेट लिए वही भुवनेश्वर कुमार ने 3 विकेट लिए थे.
अगर बात इकोनामी रेट की करें तो इनका इकोनामी रेट सबसे शानदार रहा था. अगर ये विकेट इन लोगों ने नहीं लिए होते तो शायद टीम इंडिया इस सीरीज को और इस मैच को नहीं जीत पाती.