Delhi Stray dogs killed two brothers: दिल्ली में आवारा कुत्तों(Stray Dogs) के आतंंक से दहशत में लोग दो सगे भाईयों को दो दिनों में घात लगाकर बनाया अपना शिकार नोच-नोच कर शरीर के कई अंगों को शरीर से कर डाला अलग Postmortem करने वाले डॉक्टर भी हैरान..
Delhi से आवारा कुत्तों(Stray dogs) के हमले से संंबंंधित एक बेहद ही हैरान कर देने वाली खबर(Stray Dogs News) सामने आयी है. इस खबर ने दिल्ली वासियों को दहशत में डाल दिया है. दरअसल दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में दो सगे भाईयों(Siblings) आनंद (7 वर्ष) और छोटा भाई आदित्य (5 वर्ष) जिन्हें आवारा कुत्तों द्वारा नोच-नोच कर मार दिया गया. आवारा कुत्तों ने आनंंद को अपना शिकार उस समय बानया जब वो अपने ताई के घर जाने के लिए निकला. आनंंद अपने घर से सुबह 10 बजे निकला था. जब वह शाम तक अपने ताई के घर नही पहूंचा तो उसके परिअजनों ने पुलिस की सहायता से उसे इलाके में तलाशने लगे.
कुछ देर तलाश करने के बाद उन्हें एक खाली प्लाट में आनंंद की लाश मिली. आनंंद की लाश मिलते ही लोगों को ये समझने में देर नहीं लगी की आनंद पर यह हमला जानवरों द्वारा की गई है क्योंकि आनंद के शरीर पर नोचने के निशान थे वो भी एक नही बल्की कई.आनंद की लाश को अपने कब्जे में लेकर दिल्ली पुलिस ने पोस्ट्मार्ट्म के लिए भेज दिया. इस घटना की खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई.लेकिन जब तक कि लोग इस घटना पर अपनी राय मुकम्मल कर पाते उससे पहले ही एक और हादसे ने सबको हैरान कर दिया.
आनंंद की मौत 10 मार्च को हुई थी और इसके ठीक दो दिन बाद यानी 12 मार्च को जब आनंद का छोटा भाई आदित्य पेशाब करने गया वो मासूम नहीं जानता था कि मौत उसका यहां पहले से इंतजार कर रही है. इससे पहले कि आदित्य कुछ समझ पाता आवारा कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया. शोर सुनकर परिवार के लोग भागते हुए आदित्य के पास पहुंचे, लेकिन तब तक आवरा कुत्तों ने पांच साल के मासूम आदित्य को बुरी तरह घायल कर दिया था.आनन-फानन में घायल आदित्य को अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. डॉक्टरों ने आदित्य को मृत घोषित कर दिया.
आवारा कुत्तों(Stray Dogs Attack) के हमले की इस हृदय विदारक घटना के बाद जहां शासन प्र्शासन से लोग बेहद ही नाराज हैं तो वहीं अभी-अभी MCD की सत्ता से बेदखल हुई BJP आम आदमी पार्टी पर हमलावर हो गई है. इनका कहना है कि आवारा कुत्तों(Stray Dogs Problem) की समस्या को लेकर वे लोग एक महीने से लगातार MCD को सूचित कर रहे हैं लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. जिस कारण इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं.वैसे बाताते चले कि आवारा कुत्तों की समस्या कोई एक राज्य या किस्सी एक सहर की नही है बल्की आए दिन ऐसी घट्नाएं देखने और सुनने को मिलती हैं. अगर आकडों की बात करें तो हर साल भारत में करीब 20 हजार लोगों की मौत रेबिज(अन्य जानवर भी शामिल) के कारण होती है.