दिल्ली सरकार ने इस बार रामलीला(Ramlila) और दुर्गा पूजा मनाने को लेकर सशर्त छूट दे दी है लेकिन सार्वजनिक जगहों पर छठ पूजा(Chath Puja) मनाने पर प्रतिबंध बरकरार.
आज दिल्ली सरकार ने त्योहारों के आयोजनों लेकर नई गाइडलाइन(Guidelines) जारी कर दी है. दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी( DDMA ) ने आज जानकारी दी है कि दिल्ली में रामलीला(Ramlila) और दुर्गा पूजा(Durga Puja) का आयोजन कुछ शर्तों के साथ किया जा सकेगा.
डीडीएमए द्वारा जारी गाइडलाइन 15 नवंबर तक लागू रहेगी. दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने बताया है कि कहीं भी रामलीला या दुर्गा पूजा के आयोजन के लिए डिस्ट्रीक मजिस्ट्रेट से परमिशन लेनी होगी साथ ही बंद जगहों में अधिकतम 200 लोग ही शामिल हो सकेंगे. खुली जगहों और पूजा पंडालों में प्रवेश(entry) और निकासी(exit) के लिए अलग-अलग द्वार बनाने होंगे और बिना मास्क के एंट्री नहीं दी जाएगी.
आयोजकों से कहा गया है कि आयोजन स्थल पर लोग खड़े ना रहें उनके लिए बैठने का इंतजाम करें और साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाए.
आयोजकों को प्रतिदिन वीडियो रिकॉर्डिंग करानी होगी और उन्हें अधिकारियों को दिखाना होगा. मालूम हो कि साल 2020 में दुर्गा पूजा के आयोजन पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी लेकिन इस बार दिल्ली में कोरोना(Covid) के मामले नियंत्रण में आने के बाद सरकार ने आयोजनों में कुछ ढील दी है.
बीते दिन दिल्ली में 45 नए corona मरीज पाए गए और सबसे अच्छी बात यह रही कि किसी की मौत corona संक्रमण से नहीं हुई.
छठ पूजा(Chath Puja) को लेकर भी सरकार ने गाइडलाइन जारी किया है. इस गाइडलाइन में कहा गया है कि सार्वजनिक जगहों पर छठ पूजा को मनाने पर लगी रोक बरकरार रहेगी. मालूम हो कि पिछले साल भी सार्वजनिक जगहों पर छठ पूजा का आयोजन नहीं किया गया था.
मुंबई के KEM मेडिकल कॉलेज में corona का कहर वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी स्टूडेंट संक्रमित
मुंबई के KEM मेडिकल कॉलेज में corona ने कहर बरपाया है. वहां 29 छात्र corona से संक्रमित पाए गए. चौंकाने वाली बात यह है कि 29 छात्रों में से 27 छात्रों को corona वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थी. 27 छात्रों में से 2 छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और बाकी छात्रों को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है. अभी इस कॉलेज में 1100 छात्र कॉलेज अटेंड कर रहे हैं.
मुंबई में एक सर्वे की रिपोर्ट सामने आई है जिसमें 25 लाख लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली थी. लेकिन उनमें से 7057 लोग फिर से संक्रमित पाए गए. इसमें सबसे अच्छी बात यह रही कि जिन लोगों में संक्रमण पाए गए हैं उनको कोई गंभीर खतरा नहीं है. मालूम हो कि इनमें से 50% से भी अधिक लोग 7 साल से ऊपर के हैं.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि Vaccine के दोनों डोज़ लेने के बाद corona होने की संभावना कम होती है. और अगर corona हो भी जाए तो इसके गंभीर लक्षण नहीं दिखते. साथ ही अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत भी यदा-कदा ही आती है. ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत भी बहुत कम ही मामलों में होती है.