DELHI में CM KEJRIWAL ने LOCKDOWN को एक सप्ताह तक और बढ़ा दिया है इस दौरान क्या खुलेगा क्या रहेगा बंद
दिल्ली में लाख कोशिशों के बाद भी COVID-19 के मरीजों की संख्या में बहुत ज्यादा कमी देखने को नहीं मिल रही है.अभी भी मामले प्रतिदिन 17 से 18 हजार के आसपास आ रहे हैं. राहत की बात सिर्फ यह है कि पहले के मुकाबले रिकवरी रेट में सुधार हुआ है.
वहीं मौतों के आंकड़े अभी भी परेशानी का सबब बने हुए हैं.अभी प्रतिदिन 300 से 400 मौतें हो रही हैं. इन सब परिस्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने Delhi में Lockdown को एक सप्ताह यानी 17 मई तक बढ़ाने का फैसला किया है.
कोरोना के केस कम तो हुए हैं, लेकिन अभी किसी भी कीमत पर ढिलाई नहीं दी जा सकती।
दिल्ली सरकार ने लॉकडाउन को एक और हफ्ते के लिए बढ़ाने का निर्णय लिया है। हमारे लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह लॉकडाउन पहले से ज्यादा सख़्त होगा। pic.twitter.com/pFrMfC45uj
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 9, 2021
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बताया कि इस बार का lockdown पहले के मुकाबले थोड़ा ज्यादा सख्त होगा. इस बार मेट्रो नहीं चलेंगी साथ ही साथ शादियों के लिए मैरिज हॉल बुक नहीं किए जा सकेंगे.
शादियां घर से या फिर कोर्ट से की जा सकती हैं. लेकिन शादियों में डीजे या कैटरिंग को बुलाने की इजाजत नहीं होगी. अधिक मेहमानों के आने पर भी पाबंदी होंगी. सिर्फ 20 मेहमानों को बुलाने की इजाजत होगी. इसके अलावा पिछली बार जो पाबंदियां लगाई गई थी उनको इस बार भी बरकरार रखा गया है. मालूम हो कि बीते शनिवार भी दिल्ली में 17 हजार नए मामले आए थे जबकि 332 लोगों की मौत हो गई थी.
जहां तक बात रिकवरी रेट के बेहतर होने की है तो इसमें एक बहुत बड़ा कारण टेस्टिंग की संख्या भी है. अगर देखा जाए तो दिल्ली में कभी टेस्टिंग की संख्या बढ़ा दी जाती है तो कभी अचानक से कम कर दी जाती है. जिसके कारण रिकवरी रेट उच्च दिखने लगता है. लेकिन अगर बीमारी को गंभीरता से देखा जाए तो बीमारी की स्थिति अभी भी वही बनी हुई है. श्मशान में अभी भी लाशों के ढेर लगे हुए हैं. सरकारी आंकड़ों में जो मौत के आंकड़े दिखाए जा रहे हैं और वास्तविक मौतों के आंकड़ों में आसमान और जमीन का अंतर है.
इस सबके बीच एक अच्छी बात यह है कि अब दिल्ली में ऑक्सीजन की आपूर्ति सही हो गई है. बकौल केजरीवाल अब किसी भी हॉस्पिटल से यह सूचना नहीं मिल रही है कि यहां 1 घंटे का ऑक्सीजन बचा है या आधे घंटे का ऑक्सीजन बचा है. केंद्र सरकार की मदद से ऑक्सीजन की आपूर्ति में अब सुचारू रूप से बहाल हो गई है.
केजरीवाल ने कहा हम लॉकडाउन को लगाना या बढ़ाना नहीं चाहते थे लेकिन लॉकडाउन लगाने के बाद मामलों में कमी देखी गई. साथ ही लोगोंं से बात करने से यह पता चला कि मामले घटे तो हैं लेकिन अभी और सुधार की जरूरत है. इसलिए इस बार का लॉकडाउन थोड़ा और सख्त होगा. इस लॉकडाउन के दौरान हमने मेडिकल सुविधाओं को मजबूत किया है. अस्पतालों में ऑक्सीजन, बेड और वेंटिलेटर की समुचित व्यवस्था की है. टीकाकरण में भी हम पर बढ़-चढ़कर काम कर रहे हैं लेकिन टीकाकरण के लिए आवश्यक मैन पावर की कमी है जिसे केंद्र सरकार से बात कर जल्दी ही पूरा कर लिया जाएगा.
मुख्यमंत्री केजरीवाल की बात माने तो ऐसा लग रहा है जैसे दिल्ली में सब कुछ चंगा है लेकिन बात ऐसी नहीं है. दिल्ली की स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार तो हुआ है लेकिन अभी भी स्थिति उतनी बेहतर नहीं हुई है. हां यह अलग बात है कि ऑक्सीजन की किल्लत धीरे-धीरे खत्म हो रही है.
मालूम हो कि ऑक्सीजन सप्लाई को बढ़ाने और सुचारू रूप से दिल्ली में बहाल करने के लिए बीते दिनों दिल्ली हाईकोर्ट और उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को जमकर लताड़ लगाई थी. जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि किसी भी स्थिति में दिल्ली में ऑक्सीजन की आपूर्ति बहाल की जाए.
Delhi covid-19 live updates: दिल्ली में बीते 24 घंटों में corona मामलों में भारी कमी 13336 नए संक्रमित मिले और14738 लोगों ने इस बीमारी को मात दे दिया है. वहीं 273 लोगों की मौत हो गयी.
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