COVID-19 VACCINATION में बड़ा बदलाव, जिन्होंने COVISHIELD VACCINE लगवाई है उनके लिए नए नियम सरकार ने किए लागू
भारत इस समय बहुत ही बुरे दौर से गुजर रहा है. corona ने सभी आकलन सभी आंकड़ों को फेल कर दिया है. इस बीच बेड और ऑक्सीजन की कमी अभी भी बनी हुई है. लेकिन अब जो सबसे बड़ी समस्या मुंह बाए खड़ी है वह है वैक्सीन की उपलब्धता.
कभी दिल्ली कभी महाराष्ट्र तो कभी कोई अन्य राज्य वैक्सीन की कमी के कारण अपने लोगों को टीका देने में असमर्थता जाहिर करते रहते हैं.
वैक्सीन की उपलब्धता का सीधा संबंध इसके उत्पादन से है. भारत में अभी भी प्रति माह छह से सात करोड़ टीके का उत्पादन हो रहा है. जिसे की दो कंपनियों भारत बायोटेक और सिरम इंस्टीट्यूट द्वारा किया जा रहा है.
वैक्सीन की कमी से टीकाकरण अभियान को तगड़ा झटका लगा है. बीते दिनों दिल्ली सरकार ने कहा था कि अगर समय पर वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराई जाती तो लगभग 125 टीका केंद्रों को बंद करना पड़ सकता है.
अभी सबसे ज्यादा मुश्किल 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों को टीका उपलब्ध कराने में आ रही है. इसके पीछे का मूल कारण है केंद्र सरकार द्वारा जो वैक्सीन राज्यों को दी जा रही है उसकी संख्या 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए ही पर्याप्त नहीं हो पा रही है.
18 से 44 आयु वर्ग के लिए राज्य सरकारों को सीधे वैक्सीन निर्माता कंपनियों से टीका खरीदना पड़ रहा है. वैक्सीन निर्माता कंपनियों के पास मांग ज्यादा है और उत्पादन कम ऐसे में सभी राज्यों को बड़े पैमाने पर वैक्सीन उपलब्ध करवा पाना संभव नहीं हो पा रहा है.
अभी भारत को corona के कुचक्र से एक ही चीज बाहर निकाल सकती है और वह है वैक्सीन. 60 से 70% लोगों का टीकाकरण जितनी जल्द हो सके कराना जरूरी है.
इस सबके बीच नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन ने सरकार को यह सलाह दी है कि वैक्सीन के दो डोज के बीच के अंतर को बढ़ा दिया जाए.
NTAGI का कहना था कि अगर इस अंंतर को बढ़ा दिया जाता है तो इससे वैक्सीन ज्यादा इफेक्टिव रूप से काम करेगी. एडवाइजरी ग्रुप ने covishield वैक्सीन की दो डोज के बीच के अंतर को बढ़ाकर 12 से 16 हफ्ते करने की सिफारिश की थी. जिसे कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है.
ऐसा दूसरी बार हो रहा है जब को covishield वैक्सीन के दो डोज के बीच के अंतर को बढ़ाया जा रहा है. शुरुआत में दो डोज के बीच के अंतर को 4 से 6 हफ्ते तक रखा गया था फिर इसे बढ़ाकर छह से 8 हफ्ते किया गया और अब इसे 12 से 16 हफ्ते कर दिया गया है.
अंतर बढ़ाने की पीछे का सुझाव चाहे जो भी हो लेकिन इससे अभी वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों और सरकार दोनों को थोड़ी राहत तो जरूर मिलेगी. क्योंकि खासकर केंद्र सरकार को वैक्सीन की कमी को लेकर काफी आलोचनाओं का शिकार होना पड़ रहा था.
वैक्सीन के दो डोजों के बीच के अंतर को बढ़ाने का काम सिर्फ और सिर्फ SII के Covishield के लिए किया गया है Covaxin के लिए अभी भी नियम पहले जैसे ही हैं.
यहां एक बात और बताना जरूरी है कि इस सलाहकारी ग्रुप ने सरकार को एक और सलाह दी है कि जिस व्यक्ति को corona हो चुका है उसे 6 महीने तक वैक्सीनेशन नहीं कराना चाहिए.
साथ ही सलाह कारी ग्रुप ने गर्भवती महिलाओं तथा स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए भी वैक्सीन को सुरक्षित बताते हुए उनको भी इस टीकाकरण अभियान में शामिल करने की सिफारिश की है. अब देखना यह है कि सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है.
2 से 18 वर्ष के बच्चे भी जल्द ही होंगे टीकाकरण अभियान में शामिल
DCGI ने 2 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को ट्रायल की अनुमति दे दी है. उम्मीद है यह टीका जल्द ही उपलब्ध होगा. मालूम हो कि corona की दूसरी लहर में बच्चों के बीच भी इसके संक्रमण का स्तर बढ़ गया है.
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