COVAXIN में नवजात बछड़े(newborn calf) के serum के इस्तेमाल पर विवाद और अफवाह पर हेल्थ मिनिस्ट्री की सफाई BOVINE SERUM का इस्तेमाल वैक्सीन निर्माण के लिए दशकों से किया जा रहा है.
Social media और कुछ मुख्यधारा के समाचार पत्रों में यह खबर आई थी कि कोवैक्सीन के निर्माण में नवजात बछड़े यानी newborn calf के सीरम का इस्तेमाल होता है.
जिसके बाद विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई. कुछ लोगों ने इससे धार्मिक भावना आहत होने की बात भी कह दी थी .
लेकिन आज स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे लेकर मीडिया से जानकारी साझा की है.
जिससे यह बात तो साफ है कि जो वैक्सीन दी जा रही है उसमें नवजात बछड़े का सिरम प्रत्यक्ष रूप से शामिल नहीं है.
लेकिन इस वैक्सीन के निर्माण प्रक्रिया में इस सीरम का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन अंतिम उत्पाद में यह नहीं बचता.
Bovine serum is widely used in the manufacture of vaccines globally for several decades. The usage of newborn calf serum was transparently documented in several publications including Hamster Efficacy Study over the last 9 months: Bharat Biotech
— ANI (@ANI) June 16, 2021
हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा है calf serum का इस्तेमाल सिर्फ vero cells के निर्माण में किया जाता है.
यह vero cells बाद में पूरी तरह से नष्ट हो जाते हैं. मंत्रालय का कहना है वायरल ग्रोथ की प्रक्रिया में वेरो सेल पूरी तरह से नष्ट हो जाती है.
जो वायरस विकसित होते हैं वह भी मर जाते हैं और यह पूरी तरह से शुद्ध हो जाता है. इसके बाद इसका इस्तेमाल टीका बनाने में किया जाता है.
अंतिम रूप से तैयार टीके में बछड़े के सीरम का इस्तेमाल नहीं किया जाता.
हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है वैक्सीन निर्माण में BOVINE SERUM का इस्तेमाल दशकों से किया जा रहा है. इसलिए इस पर भ्रम फैलाना अच्छी बात नहीं है.