CNG Price Likely to Increase: देश में Natural Gas की कीमतों में 40% का इजाफा Market में जल्द ही CNG PNG की कीमतों में इजाफे की प्रबल संभावना.. 2019 के बाद प्राकृतिक गैस की कीमतों में तीसरी बार हुई वृद्धि
Market में CNG PNG के दाम बढ़ने की पूरी संभावना: Natural Gas की कीमतों में 40% की भारी भरकम या फिर कहें तो आशातीत वृद्धि करने के फैसले से आम लोगों की जेबों पर बुरा असर पड़ने की पूर्ण संभावना व्यक्त की जा रही है. प्राकृतिक गैस की कीमतों में इजाफा होने से जल्द ही बाजार में CNG PNG के दामों में भी वृद्धि दर्ज हो सकती है. इसके साथ ही इसका असर बिजली(Power) और उर्वरक(Fertilizer) उत्पादन की कीमतों पर भी पड़ने की संभावना है.
सामान्य लोग जिन्होंने LPG की बढ़ी कीमतों से परेशान होकर और सुविधा के लिए PNG का इस्तेमाल शुरू कर दिया था उनके कंधे पर भी जल्द ही बढ़ी हुई कीमतों का भार पड़ने की संभावना है.CNG की कीमत बढ़ने से सीएनजी वाहन(CNG Vehicles) चलाने वाले लोगों को महंगाई से दो-चार होना पड़ेगा. पेट्रोल-डीजल की कीमतों(Petrol- diesel Prices) ने तो पहले से ही आम आदमी की कमर तोड़ रखी है और ऐसे में नेचुरल गैस की कीमत बढ़ने से उनकी परेशानी में और भी इजाफा होने की पूर्ण संभावना है.
बताते चलें कि साल 2019 के बाद नेचुरल गैस की कीमतों में यह तीसरी बार वृद्धि की गई है. अगर मार्केट के एक्सपोर्ट्स की बात करें तो उनका कहना है कि जल्द ही गुजरात में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं साथ ही कई अन्य राज्य भी हैं जिनके विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने वाला है और वहां भी चुनाव होंगे. ऐसे में दामों में वृद्धि इसलिए भी की गई हो क्योंकि आगे जनता को कुछ दिनों तक राहत दी जा सके जिसे चुनावी राहत भी कह सकते हैं ऐसा अक्सर देखने को मिला है कि जब भी किसी राज्य में चुनाव होने वाले होते हैं तो कीमतों में अचानक से वृद्धि और फिर अचानक से कमी की जाती है.
प्राकृतिक गैस की कीमतों में बढ़ोतरी होने के बाद 8 कोर इंडस्ट्री(8 Core Industries) की ग्रोथ पर भी खासा असर होने की संभावना है. क्योंकि 8 कोर इंडस्ट्री की ग्रोथ पिछले नौ महीनों में सबसे कम है. कच्चा तेल, कोयला(Coal), नेचुरल गैस, रिफाइनरी, उर्वरक, स्टील, सीमेंट और बिजली ऐसे आठ कोर सेक्टर हैं जिन्हें अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहा जाता है.
इन आठ कोर सेक्टर का उत्पादन अगस्त में 3.3% की बेहद ही धीमी गति से बड़ा है. सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 3.3% की वृद्धि पिछले नौ महीनों में सबसे कम है. पिछले साल इसी अवधि में यह आंकड़ा 12.2% था. पिछले साल नवंबर महीने में सबसे कम 3.2% की वृद्धि दर्ज की गई थी.
अगर बात अप्रैल से अगस्त तक की करें तो आठ कोर सेक्टर के में 9.2% की वृद्धि दर्ज की गई है जो कि आशा के विपरीत है जो कि पिछले साल इसी समयावधि में 19.4% की वृद्धि दर्ज की गई थी.
PPAC ने जारी की Natural Gas की नई दरें : PPAC ने अपने आदेश में कहा है कि पुराने गैस क्षेत्रों से उत्पादित गैस के लिए मौजूदा दर को बढ़ाकर 8.57 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू कर दिया गया है. बताते चलें कि पुराने क्षेत्र से उत्पादित गैस की मौजूदा दर 6.1 डॉलर/ एमबीटी यू है. इस कीमत पर देश में उत्पादित गैस के लगभग दो-तिहाई हिस्से की बिक्री होती है.