Bhagwant Mann Punjab New CM: बिना किसी सियासी पृष्ठभूमि के लगातार दो बार सांसद बने भगवंत मान बने पंजाब के CM, भगत सिंह के गांव से है पुराना नाता वहीं जा कर ली शपथ, 16 नंबर को मानते हैं अपना लकी नंबर
पंजाब में भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने मुख्य्मंत्री पद की सपथ ले ली है और इस प्रकार पंजाब में एक नए सियासी युग की शुरुआत होने जा रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि परंपरागत पार्टियों को दरकिनार कर पंजाब की जनता ने दिल्ली वाली पार्टी(AAP) को पंजाब का कमान दिया है.
अब देखना यह है कि आम आदमी पार्टी(AAP) के नेता और पंजाब के नए मुख्यमंत्री भगवंत मान(Bhagwant Mann) पंजाब की जनता की उम्मीदों पर कितना खरा उतरते हैं.
भगवंत मान के शपथ ग्रहण समारोह (Bhagwant Mann Oath Ceremony) को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल(Arvind Kejriwal) ने कहा है एक रंगला पंजाब बनाने के लिए आज पंजाब शपथ ले रहा है.
पंजाब की ख़ुशहाली और शहीदों के सपनों को पूरा करने के लिए ग्रहण की गई यह बदलाव की शपथ पंजाब को हसता खेलता रंगला पंजाब बनाएगी। शिक्षा, व्यापार, किसानी व रोजगार को शिखरों पर पहुँचाएगी।
'आप' की सरकार, बनाएगी सुनहरा और रंगला पंजाब।
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) March 16, 2022
भगवंत मान(Bhagwant Mann) का सियासी सफर साल 2011 में शुरू हुआ था जब उन्होंने पंजाब पीपुल्स पार्टी की सदस्यता ली थी. इस पार्टी के सिंबल पर 2012 में वह पहली बार लेहरागागा से चुनाव लड़े लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली और वह चुनाव हार गए.
2012 में चुनाव हारने के बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपना सियासी सफर जारी रखा बस फर्क इतना था कि उन्होंने पार्टी बदल कर नए सफर की शुरुआत की.
भगवंत मान ने साल 2014 में आम आदमी पार्टी का दामन थामा और पहली बार संगरूर लोक सभा सीट से विजई हुए. साल 2017 में सांसद रहते हुए उन्होंने विधायक का चुनाव लड़ा था लेकिन उसमें उन्हें सफलता नहीं मिल पाई. बताते चलें कि साल 2017 में जलालाबाद से सुखबीर बादल के खिलाफ भगवंत मान ने विधानसभा चुनाव लड़ा था.
साल 2019 में भी संगरूर की जनता ने मान पर विश्वास जताया और उन्हें दोबारा लोकसभा भेजा. अभी भी वह लोकसभा सांसद हैं लेकिन अब वह लोकसभा की सदस्यता त्याग देंगे क्योंकि आज उन्होंने पंजाब के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है.
भगवंत मान को लेकर मीडिया में यह भी खबरें आती हैं कि भगवंत मान 16 नंबर को अपना लकी नंबर मांगते हैं क्योंकि 16 नंबर से उनका गहरा नाता है.
उन्हें जब भी बड़ी सफलता मिली है तो वह सफलता 16 तारीख को ही मिली है. जैसे कि उनका सबसे पहला कैसेट 16 मई 1992 को रिलीज हुआ था जबकि उनका दूसरा कैसेट भी 16 दिसंबर 1992 को रिलीज हुआ.
इसे संजोग ही कहेंगे कि भगवंत मान जब पहली बार लोकसभा के लिए चुनाव लड़े और उस चुनाव में उन्हें विजय हासिल हुई तो वह सोलवीं लोक सभा थी और 16 मई को ही वह पहली बार सांसद बने.