Balasore Train Accident CBI Chargesheet:बालासोर ट्रेन हादसे में CBI की चार्जशीट 290 लोगों की मौत के लिए आमिर खान सहित तीन रेल अधिकारी आरोपी
CBI Chargesheet in Balasore Train Accident: बालासोर ट्रेन हादसे को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. इस हादसे में 290 लोगों की मौत हुई थी. अब सीबीआई ने इस दुर्घटना की जांच करते हुए चार्जसीट दाखिल कर दी है. सीबीआई द्वारा दाखिल आरोप पत्र में बालासोर के सीनियर सेक्शन इंजीनियर मोहम्मद आमिर खान(Aamir Khan) सहित तीन लोगों के नाम शामिल किए गए हैं.
सीबीआई ने अपने आरोप पत्र में मोहम्मद आमिर खान के अलावे जिन दो लोगों के नामों को शामिल किया है उनमें एक सीनियर सेक्शन इंजीनियर अरुण कुमार महंत और दूसरे टेक्नीशियन पप्पू कुमार हैं.
सबूत के साथ छेड़छाड़ के आरोप: सीबीआई के आरोप पत्र(CBI Chargesheet) के मुताबिक जिन तीन लोगों को बालासोर दुर्घटना के लिए जिम्मेदार बताया गया है उन पर यह आरोप है कि उन्होंने सबूत के साथ छेड़छाड़ किया था. इन तीनों लोगों पर गैर इरादतन हत्या का आरोप भी लगाया गया है.
इन तीनों ही अधिकारियों को बालासोर ट्रेन दुर्घटना के बाद बीते जुलाई महीने में गिरफ्तार किया गया था. इनकी गिरफ्तारी IPC की धारा 201 और 304 के तहत की गई थी. बताते चलें कि बालासोर ट्रेन हादसे के बाद जब इस दुर्घटना को लेकर सीनियर सेक्शन इंजीनियर मोहम्मद आमिर खान का नाम सामने आया तो कई फेक वीडियो भी वायरल किए गए थे.
कुछ लोगों ने इस दुर्घटना को सांप्रदायिक रंग देने की भी कोशिश की थी. इसके लिए सोशल मीडिया पर कई भ्रामक वीडियो को पोस्ट किया गया था. लेकिन प्रशासन ने बेहद ही सूझबूझ से काम लिया और इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने वाले लोगों के मंसूबे नाकामयाब हो गए.
बालासोर ट्रेन हादसे के पीछे सीबीआई के आरोप पत्र के मुताबिक जो सबसे बड़ी वजह रही वह थी इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम की गड़बड़ी. बताते चलें कि यह सिस्टम सही से काम ना करे तो दुर्घटना होने की पूरी संभावना रहती है. इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के तहत तीन चीज आती हैं पॉइंट्स , ट्रैक ऑक्युपेंसी सेंसिंग डिवाइसेज और सिग्नल.
सीबीआई के आरोप पत्र में यह दावा किया गया है कि ट्रेन को सही समय पर सही सिग्नल नहीं मिलने के वजह से ही यह हादसा हुआ है. अगर ट्रेन को सही सिग्नल दिया जाता तो यह हादसा कभी भी नहीं होता.बालासोर ट्रेन दुर्घटना के बाद रेल मंत्रालय की काफी किरकिरी हुई थी. लेकिन हादसे के तुरंत बाद जिस प्रकार से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और वर्तमान में नवनियुक्त रेलवे बोर्ड अध्यक्ष एवं CEO जया वर्मा सिंहा ने पूरे मामले को संभाला वह काबिले तारीफ थी.
वैसे यहां बता दें कि रेलवे के कई पूर्व अधिकारियों का यह कहना है कि रेलवे में खासकर इंटरलॉकिंग सिस्टम पर बहुत ज्यादा काम करने की जरूरत है. क्योंकि ऐसा कई बार हो चुका है जब इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के सही से कम नहीं करने के कारण बड़े-बड़े हादसे होते-होते बचे हैं.