Bajrang Dal Protest On Ban: बजरंग दल ने खुद पर प्रतिबंध को लेकर कर्नाटक में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन चुनाव में कांग्रेस को नुकसान की संभावना
Bajrang Dal Protest Karnatka: कांग्रेस के द्वारा बजरंग दल पर प्रतिबंध को लेकर कही गई बात पर अब राजनीति गरमाने लगी है. आज बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कर्नाटक में कई स्थानों पर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन के दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के मेनिफेस्टो को आग के हवाले कर दिया.
कांग्रेस को हो सकता है नुकसान: राजनीतिक पंडितों का माने तो कांग्रेस को बजरंग दल का नाम लेना भारी पड़ सकता है. क्योंकि जिस प्रकार से बजरंग दल ने अपने ऊपर प्रतिबंध लगाए जाने की बात पर विरोध प्रदर्शन शुरू किया है उससे हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण होना एक प्रकार से तय माना जा रहा है. जिस कारण बीजेपी को मजबूती तो वहीं कांग्रेस को नुकसान होने की पूरी संभावना जताई जा रही है.
मामला बजरंगबली से जुड़ने से किसे फायदा:अब देखना यह है कि कांग्रेस इस मामले से कैसे पार पाती है. वैसे इस मामले में भाजपा के छोटे कार्यकर्ता से लेकर प्रधानमंत्री मोदी तक कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है और इस पूरे मामले को बजरंगबली से जोड़ दिया है. वहीं इस मामले पर आम जनता की राय बटी हुई है. आम जनता का कहना है कि कांग्रेस ने बजरंग दल पर प्रतिबंध की बात की है उन्होंने बजरंगबली का नाम नहीं लिया लेकिन भाजपा इस मामले को सियासी रूप से भुनाना चाहती है और प्रथम दृष्टया भाजपा को सफलता भी मिलती दिख रही है.
#WATCH| Mangaluru, Karnataka: Bajrang Dal holds protest near Congress office and burns Congress manifesto (02/05)
Congress announced in its #KarnatakaElections2023 manifesto, to ban Bajrang Dal on the lines of PFI. pic.twitter.com/oHBam0F71o
— ANI (@ANI) May 2, 2023
NDTV के सर्वे में कर्नाटक में किसकी स्थिती मजबूत: आज एनडीटीवी के एक सर्वे में कर्नाटका चुनाव को लेकर कुछ मह्त्वपूर्ण बातें निकल कर सामने आई हैं. जिससे यह स्पष्ट है कि कर्नाटका में अभी भी कांग्रेस बीजेपी पर भारी है लेकिन राजनीति में कुछ भी कहना मुश्किल है कि कब बाजी पलट जाए. वैसे भी कांग्रेस को हमेशा नुकसान उसके नेताओं द्वारा दिए गए भाषण और वो चुनाव के अंतिम दौर में या फिर संगठन द्वारा उठाए गए अनावश्यक कदम से ही होता है. इस कारण ही ऐसा कह जाता है कि कांग्रेस को चुनाव हराने के लिए किसी विपक्ष की जरूरत नहीं होती है.