Bajrang Dal Worker Harsha Murder Case: बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा की शव यात्रा के दौरान कर्नाटक के शिवमोग्गा में हिंसा, शव यात्रा की इजाजत देने पर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल!!
कर्नाटक में बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या के बाद स्थिति बिगड़ती जा रही है, कई जगहों पर आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आज जब कर्नाटक के शिवमोग्गा में बजरंग दल(Bajrang Dal) के कार्यकर्ता हर्षा की हत्या के बाद उसकी शवयात्रा निकाली गई और शव यात्रा के दौरान दंगे भड़क गए.
इस दंगे के पीछे किसका हाथ है और यह दंगा क्यों भड़का अभी तक इन सवालों के जवाब नहीं मिले हैं लेकिन आज सुबह से ही नेताओं की ऐसे बयान आ रहे थे जिसके बाद हिंसा की घटना की आशंका थी.
आज सुबह ही कर्नाटक के रूरल डेवलपमेंट और पंचायत राज मंत्री का यह बयान आया था कि यह हत्या मुस्लिम गुंडों ने की है उन्होंने साथ ही यह भी कहा था कि इस गुंडागर्दी की इजाजत हम नहीं दे सकते.
वहीं इस घटना को लेकर सोशल मीडिया(Social Media) पर भी काफी कुछ लिखा और चलाया जा रहा था जिसको लेकर सतर्कता बरतने की जरूरत थी.
अब ये भी सवाल उठने लगे हैं कि आखिर जब हत्या की घटना हुई और इससे यह आशंका थी कि हिंसा भड़क सकती है तो फिर प्रशासन ने शव यात्रा निकालने की इजाजत कैसे दी.
दूसरी तरफ कर्नाटक के गृह मंत्री हरदा ज्ञानेंद्र ने इस घटना पर कहा है कि ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए और हम जल्द ही इस घटना में शामिल हत्यारों को गिरफ्तार कर लेंगे पुलिस अपना काम कर रही है. बताते चले की हर्षा हत्या मामले में अभी तक दो लोगों की गिरफ़्तारी हो चुकी है.
वहीं इस हत्याकांड के बाद कर्नाटक में बजरंग दल की सक्रियता और भी ज्यादा बढ़ गई है. कुछ दुकानों को टारगेट कर हमला भी किया गया है , मामला बिगड़ते देख पुलिस ने सख्ती बढ़ा दी है.
शिवमोग्गा शहर में हिंसा की घटनाएं और ना बढ़े और शांति व्यवस्था कायम रहे इसके लिए धारा 144 लागू कर दी गई है और दो दिनों के लिए सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है.
इस हत्याकांड के पीछे जो वजह बताई जा रही है उसमें एक वजह यह भी है कि कुछ दिन पहले ही बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष ने फेसबुक(Facebook) पर एक पोस्ट लिखा था जिसमें उसने हिजाब(Hijab) के बारे में कुछ टिप्पणियां की थी.
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इस हत्या के पीछे फेसबुक पोस्ट भी एक वजह हो सकती है लेकिन अभी किसी भी निर्णय पर पहुंचना जल्दबाजी होगी क्योंकि पुलिस की तरफ से किसी भी प्रकार का कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है.
सोशल मीडिया पर अभी एक वीडियो तेजी से वायरल हो रही है जिसमें एक व्यक्ति को आखरी सांसे लेते हुए दिखाया जा रहा है जो कि खून से लथपथ है. दावा किया जा रहा है कि वह शख्स बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा ही है.
हिंसा की इतनी बड़ी घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली पर भी प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं कि जब हत्या की घटना हुई तो उसके बाद एहतियातन इंटरनेट जैसी सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए था जबकि ऐसा नहीं हुआ और सोशल मीडिया पर कई ऐसे आपत्तिजनक पोस्ट वायरल होने लगी जिसने हिंसा की घटना भड़काने में मदद की.