Tata Sons ने N Chandrasekharan के कार्यकाल को 5 वर्षों का विस्तार दे दिया है यह फैसला रतन टाटा(Ratan Tata) के सिफारिश के बाद लिया गया!!
देश के नामी और सबसे पुराने औद्योगिक घराना Tata Sons ने अपने चेयरमैन के रूप में एन चंद्रशेखरन(N Chandrasekharan) पर फिर से भरोसा जताया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एन चंद्रशेखरन रतन टाटा के पसंदीदा माने जाते हैं और रतन टाटा(Ratan Tata) ने Tata Sons के चेयरमैन पद के लिए एन चंद्रशेखरन(N Chandrasekharan) के नाम की सिफारिश भी की थी.
टाटा संस(Tata Sons) के चेयरमैन के पद के लिए बुलाई गई बोर्ड मीटिंग में रतन टाटा खुद भी उपस्थित थे और एन चंद्रशेखरन के पिछले कार्यकाल के प्रति बेहद ही संतुष्ट नजर आ रहे थे.
बताते चलें कि Tata Sons के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में एन चंद्रशेखरन का कार्यकाल इसी महीने समाप्त होने वाला था. एन चंद्रशेखरन ने TATA की जिम्मेदारी साल 2017 में संभाली थी और यह वह दौर था जब टाटा ग्रुप(Tata Group) में साइरस मिस्त्री(Cyrus Mistry) के कारण उथल-पुथल मची हुई थी.
जिस जिम्मेदारी के साथ एन चंद्रशेखरन ने टाटा संस(Tata Sons) की जिम्मेदारी संभाली वह सिर्फ Tata के लिए ही नहीं बल्कि अन्य बड़े औद्योगिक इकाइयों के लिए भी अनुसरण योग्य है.
मालूम हो कि जब एन चंद्रशेखरन(N Chandrasekharan) को टाटा संस का चेयरमैन चुना गया था उस समय उनके पास TCS की जिम्मेदारी थी और वह TCS में बहुत ही उम्दा प्रदर्शन कर रहे थे.
एन चंद्रशेखरन(N Chandrasekharan) का पिछला कार्यकाल बेहद ही चुनौतीपूर्ण रहा क्योंकि पद पर रहते हुए उन्हें साइरस मिस्त्री और Tata Sons के बीच कानूनी लड़ाई के ऊपर भी ध्यान देना होता था.
वैसे तो Tata Sons ने अपने 5 साल के पिछले कार्यकाल के दौरान एन चंद्रशेखरन(N Chandrasekharan) की बहुत सारी उपलब्धियां हैं लेकिन उनकी एक उपलब्धि जिसके कारण उन्होंने खूब सुर्खियां बटोरी है और वह उपलब्धि है एयर इंडिया(Air India) का फिर से Tata का हो जाना.