PM Modi द्वारा तीनों कृषि कानूनों(Farm Laws Repealed)) को वापस लिए जाने पर विपक्ष के नेता और केरल से सांसद Rahul Gandhi ने जोरदार हमला किया. राहुल गांधी का कहना है कि किसानों के सामने पीएम मोदी को झुकना पड़ा.
आज का दिन बेहद ही खास है क्योंकि आज एक साथ बहुत सारी खुशियां पूरे देश में मनाई जा रही है. आज पूरे देश में Dev Deepawali, Guru Nanak Jayanti और Kartik Purnima की धूम है.
लेकिन आज जो सबसे बड़ी बात है वह है 1 साल से भी अधिक समय से चल रहे कृषि कानून पर हो रहे आंदोलन को लेकर सरकार का बड़ा निर्णय.
आज पीएम Modi ने अपने संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर दी है. इस घोषणा के बाद ही पीएम मोदी और उनकी पार्टी इस फैसले द्वारा यह बताना चाह रहे हैं कि बीजेपी किसानों की हितैषी ही पार्टी है.
वहीं विपक्ष और विपक्ष के नेता इसे बीजेपी का यू-टर्न और बीजेपी का अहंकार खत्म होना बता रहे हैं. देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेता और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कानून वापस लिए जाने पर पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा.
वीडियो में देखिए राहुल गांधी ने कृषि कानून को वापस लिए जाने पर क्या कहा.
देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया।
अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो!जय हिंद, जय हिंद का किसान!#FarmersProtest https://t.co/enrWm6f3Sq
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 19, 2021
राहुल गांधी ने कहा कि देश अन्नदाता ने बीजेपी के अहंकार का सर झुका दिया. राहुल गांधी ने कृषि कानून की वापसी के लिए किसानों को धन्यवाद दिया है.
मालूम हो कि साल 2020 के सितंबर महीने में सरकार किसानों के हित के लिए तीन कृषि कानून लेकर आई थी जिसके बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था.
तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों का कहना था कि इससे किसानों की स्वतंत्रता छीन जाएगी और व्यापारियों का बोलबाला हो जाएगा. किसानों का कहना था यह तीनों कृषि कानून चंद व्यापारियों की मदद के लिए लाया गया है.
कृषि कानूनों को समझाने के लिए और इसके फायदे गिनाने के लिए सरकार ने बहुत सारे कदम उठाए थे लेकिन सभी कदम नाकाफी साबित हुए. इन तीन कृषि कानूनों का सबसे ज्यादा विरोध पश्चिमी यूपी हरियाणा और पंजाब में देखा गया.
मालूम हो कि 1 साल के भीतर ही यूपी और पंजाब में चुनाव होने हैं, पंजाब का चुनाव तो मात्र साढे 3 महीने बाद ही होना है. अगर यह तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते तो सरकार को पंजाब चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता था.
यह महज संयोग ही कहा जाएगा कि सरकार ने जिस दिन को कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए चुना है. उसी दिन देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती भी है. इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को हुआ था.