Agni-5 बैलेस्टिक मिसाइल का भारत ने आज एपीजे अब्दुल कलाम आईलैंड से सफल परीक्षण किया. यह सर्फेस टू सर्फेस मिसाइल है. इस मिसाइल की रेंज 5000 किलोमीटर है.
इसका अर्थ यह है कि 5000 किलोमीटर दूर किसी टारगेट को यह मिसाल ध्वस्त करने की क्षमता रखता है. अग्नि-5 three-stage सॉलि़ड फ्यूल इंजन पर काम करती है.
Surface to Surface Ballistic Missile, Agni-5, successfully launched from APJ Abdul Kalam Island, Odisha, today. The missile, which uses 3-stage solid-fuelled engine, is capable of striking targets at ranges up to 5,000 kilometres with a very high degree of accuracy: Govt of India pic.twitter.com/vrAI2y2LhD
— ANI (@ANI) October 27, 2021
Agni-5 मिसाइल को डीआरडीओ ने विकसित किया है. इसकी लंबाई 17 मीटर और चौड़ाई 2 मीटर है. यह परमाणु क्षमता से लैस मिसाइल है. यह 1 टन पेलोड को लेकर जाने में सक्षम है.
अग्नि 5 मिसाइल इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल है. यानी अब इसकी जद में चीन भी है. इस मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद भारत सामरिक तौर पर मजबूत हुआ है.
अग्नि 5 मिसाइल की एक खासियत यह भी है कि यह हर दिशा में टारगेट को भेदने की क्षमता रखती है. इस मिसाइल की डिग्री ऑफ एक्यूरेसी बहुत ही बेहतर है.
ब्लास्टिक मिसाइल के रेंज का अर्थ होता है उसके द्वारा तय की गई क्षैतिज दूरी. सूखे साधारणतया बैलेस्टिक मिसाइल का रास्ता पैराबोलिक होता है.
जिस पॉइंट से इसे प्रोजेक्ट किया जाता है उसे पॉइंट ऑफ प्रोजेक्ट हम कहते हैं और जिस टारगेट पर अटैक किया जाता है उसे टारगेट पॉइंट कहते हैं.
पॉइंट ऑफ प्रोजेक्शन से टारगेट पॉइंट तक की दूरी को होरिजेंटल रेंज कहते हैं. तथा इस दूरी में लगे समय को time-of-flight कहते हैं.