Johnson & Johnson Covid-19 Vaccine को लेकर अमेरिका से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. यूनाइटेड स्टेट के किंग काउंटी (King County) में कुछ महिलाओं की मौत कथित रूप से जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन को लेने के बाद खून के थक्के बन जाने के कारण हो गई. वैसे खून का थक्का बनना जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन के एडवर्स इफेक्ट में बेहद ही अपवाद मामला है. लेकिन इसे एडवर्स इफेक्ट की श्रेणी में रखा गया है.
ऐसा दावा किया जा रहा है कि किंग काउंटी में 4 महिलाओं की मौत जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सिंग के डोज लेने के बाद खून के थक्के बनने के कारण हो गई. मालूम हो कि अमेरिका में जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन के लगभग 15 मिलीयन डोज दिए जा चुके हैं.
वैज्ञानिकों का कहना है जॉनसन एंड जॉनसन कोविड-19 वैक्सीन के साइड इफेक्ट से ज्यादा इसके फायदे हैं. इसके साइड इफेक्ट बहुत ही कम हैं लेकिन मालूम हो कि शुरुआत में अमेरिका की स्वास्थ्य एजेंसियां जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन को मान्यता देने के पक्ष में नहीं थीं. इन एजेंसियों ने भी खून के थक्का बनने को लेकर प्रश्न उठाए गए थे.
यहां एक बात ध्यान देने योग्य है कि खून के थक्के बनने के साइड इफेक्ट पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा है, और उन महिलाओं में ज्यादा है जिनकी उम्र 18 से 49 वर्ष है.
मालूम हो कि जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन एक सिंगल डोज वैक्सीन है. जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन को भारत में अभी आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिली है. भारत में मुख्यतः Covaxin और Covishield को ही लोगो को दिया जा रहा है.
भारत की लगभग दो-तिहाई आबादी को वैक्सीन की एक खुराक दी जा चुकी है. वहीं एक चौथाई आबादी को वैक्सीन की दोनों खुराक मिल चुकी है. इन दोनों वैक्सीन को लेकर अभी तक गंभीर मामलों की संख्या बहुत ज्यादा नहीं है. साथ ही खून के थक्के बनने की घटनाएं अभी तक सामने नहीं आई हैं.
वैक्सीन लेने के बाद खून के थक्का बन जाने के साइड इफेक्ट एस्ट्रा जेनेका वैक्सीन में भी देखे गये थे, जिसके बाद यूके ने इस वैक्सीन पर रोक लगा दी थी.