COVID-19 महामारी के बढ़ते ही REMDESIVIR को लेकर बहुत सारे विवाद सामने आते रहे हैं.खासकर इसके इस्तेमाल के बाद होने वाले प्रभाव को लेकर.
ताजा मामला रेमदेसीविर के बच्चों पर इस्तेमाल को लेकर है.स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (DGHS) ने बच्चों में कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए एक नया दिशा निर्देश जारी किया है.
इस दिशा निर्देश के अनुसार बच्चों के लिए remdesivir के इस्तेमाल का सुझाव नहीं दिया गया है. इसमें कहा गया है कि 3 से 18 आयु वर्ग में रेमदेसीविर के इस्तेमाल से सफलता के पर्याप्त आंकड़े उपलब्ध नहीं हैंं.
इस कारण बच्चों पर इसके इस्तेमाल का सुझाव नहीं दिया जा सकता. वहीं CT-SCAN को लेकर भी इस दिशा निर्देश में कहा गया है कि सीने के स्कैन से उपचार में बेहद कम मदद मिलती है. इसलिए सीटी स्कैन का इस्तेमाल भी तर्कसंगत तरीके से ही किया जाए.
Steroid के इस्तेमाल के संबंध में कहा गया है कि corona के हलके मामलों में स्ट्राइड का इस्तेमाल हानिकारक है. साथ ही steroid का इस्तेमाल केवल गंभीर मामलों में और प्रशिक्षित डॉक्टरों की निगरानी में ही किया जाए.
#COVID19 संक्रमित बच्चों के उपचार में #Remdesivir का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि 18 साल से कम उम्र के बच्चों में इसके प्रयोग को लेकर पर्याप्त सुरक्षा और प्रभावी आंकड़ों का अभाव है।
जानिए, बच्चों में COVID19 के प्रबंधन के दौरान किन-किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है। pic.twitter.com/mWed6Lgei4— Dr Harsh Vardhan (Modi Ka Pariwar) (@drharshvardhan) June 15, 2021
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय द्वारा जारी दिशानिर्देश में यह साफ कहा गया है कि बच्चों की शारिरिक क्षमता को देखने के लिए walk test का इस्तेमाल किया जा सकता है. यानी बच्चे को कम से कम 6 मिनट के लिए टहला कर देखा जाए कि उसे कोई सांस लेने में दिक्कत तो नहीं है.
साथ ही इस walk test के दौरान बच्चों की उंगली में ऑक्सीमीटर लगाकर टहलने की सलाह दी गई है. इन सभी बातों की जानकारी भारत के स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने अपने ट्वीट से दी है.
वहीं Remdesivir के एक्सपोर्ट के संबंध में सरकार ने एक बड़ा बदलाव किया है. अप्रैल में जब भारत में कोरोना के मामले बहुत ही ज्यादा बढ़ गए थे तो REMDESVIR को प्रोहिबिटेड कैटेगरी में रखा गया था. लेकिन अब इसे रिस्ट्रिक्टेड कैटेगरी में कर दिया गया है. इससे इसके निर्यात में आसानी होगी.
वहीं भारत में अब corona महामारी पर नियंत्रण की स्थिति स्थापित होती नजर आ रही है. अगर बात वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन की करें तो लगभग 26 करोड़ वैक्सीन के डोज अभी तक दिए जा चुके हैं.
अब भारत में लगभग 15.8% लोगों को वैक्सीन की एक डोज और लगभग 3.7% लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज दी जा चुकी है.
अगर बीते 24 घंटे में संक्रमण के आंकड़ों पर नजर डालें तो नए संक्रमितों की संख्या 59 हजार 958 है. जबकि संक्रमण को मात देने वाले लोगों की संख्या 1 लाख 17 हजार 232 है.
वहीं बीते 24 घंटे में मौतों का आंकड़ा 2 हजार 732 है. बीते 24 घंटे में सबसे अधिक मौत महाराष्ट्र में दर्ज की गई. महाराष्ट्र में मौतों का आंकड़ा 1हजार 592 है. हो सकता है इसमें कुछ मौतें पिछले दिनों हुई हों और उन्हें बाद में शामिल किया गया हो.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अब corona पर लगाम लग गया है. बीते 24 घंटे में यहां मात्र 131 नए संक्रमित पाए गए. जबकि 355 लोग संक्रमण से मुक्त हो गए. वहीं दिल्ली में बीते 24 घंटे में 16 लोगों की जान corona के कारण चली गई.
अब दिल्ली में सक्रिय मामलों की संख्या मात्र 3 हजार 226 है. संक्रमण नियंत्रण में आने के बाद दिल्ली में अधिकतर आर्थिक गतिविधियों की इजाजत दे दी गई है. बाजार और मॉल को खोल दिया गया है जबकि शैक्षणिक संस्थानों को अभी खोलने की इजाजत नहीं दी गई है.
Live updates भारत में vaccine की वजह से पहली मौत की पुष्टि सरकार द्वारा गठित पैनल ने दी जानकारी.
बिहार में सियासी हलचल पर ताजा जानकारी