VACCINATION की मुश्किल राह, टीके की कमी बनी परेशानी
1 मई से शुरू हो रहे तीसरे चरण के टीकाकरण अभियान में पहली बार 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों को शामिल किया जा रहा है. जिसके लिए 28 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है लेकिन अब खबर आ रही है कि कई राज्य सरकारों ने 1 मई से शुरू हो रहे अभियान को फिलहाल टाल दिया है. जिसमें महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान के बाद भाजपा शासित मध्य प्रदेश और बिहार का नाम भी जुड़ गया है. साथ ही झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी 1 मई से 18 से 44 वर्ष के लोगों को टिका दिए जाने में असमर्थता जाहिर की है.झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने केंद्र सरकार से गुहार लगाई है कि उनके राज्य को जल्द से जल्द वैक्सीन मुहैया कराई जाए. उन्होंने ANI से बात करते हुए बताया कि 25-25 लाख डोज के दो प्रस्ताव उन्होंने सिरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया और भारत बायोटेक को दिया है लेकिन दोनों ही कंपनियां मई अंत तक वैक्सीन देने की बात कह रही हैं.
We have ordered 25 lakh vaccines each from the Serum Institute of India and Bharat Biotech. But both the vaccine manufacturers say that they can deliver the vaccines only by May end. The Central Government should help us: Jharkhand Health Minister Banna Gupta pic.twitter.com/HuIrN67txF
— ANI (@ANI) April 29, 2021
टीकाकरण टाले जाने के पीछे सभी राज्यों ने एक ही कारण बताया और वो कारण है टीकों का उपलब्ध नहीं होना.अब सबसे बड़ी समस्या यह है कि 1 मई से केंद्र सरकार ने 18 से 44 वर्ष के लोगों को vaccine देने की बात कही है और राज्य सरकारों के पास उपलब्ध वैक्सीनों की संख्या इतनी नहीं है कि वो इस कार्यक्रम को 1 मई से शुरू कर सकें. ऐसे में देखना होगा कि आखिर इस कार्यक्रम की शुरुआत कैसे की जाएगी. जहां बड़े-बड़े राज्यों ने 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के लिए 1 मई से वैक्सीनेशन के कार्य को आगे के लिए टाल दिया है वहीं Co-Win पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी रहेगी.
मालूम हो कि भारत में कोरोना के लिए अभी दो टीके ही उपलब्ध हैं जबकि एक और टीका S-V को आने में वाले 1 मई से देने की संभावना जताई जा रही है. वहीं टीके के दामों पर विवाद उठने के बाद पहले सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और आज भारत बायोटेक ने टीके के दामों को घटा दिया है.अब SII की covishield राज्य सरकारों को ₹400 की जगह ₹300 में दी जाएगी वहीं भारत बायोटेक की कोवैक्सीन ₹600 की जगह ₹400 में दी जाएगी. केंद्र सरकार के लिए टीकों के मूल्य में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है. यह पहले की ही तरह ₹150 ही रखा गया है. मालूम हो कि vaccine निर्माण करने वाली कंपनी कुल उत्पादन का 50% केंद्र सरकार को देगी और बाकी बचे 50% राज्य सरकारों और प्राइवेट हॉस्पिटलों को.
सुरक्षा की दृष्टिकोण से SII के सीईओ अदार पूनावाला को केंद्र सरकार ने Y श्रेणी की सुरक्षा मुहैया करा दी है. इस श्रेणी में दो या एक कमांडो समेत 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं.
कोरोना को हल्के में ना लें अभी सतर्कता ही टीका
भारत में corona का कहर जारी है बीते 24 घंटों में 3 लाख 86 हजार 654 नए corona संक्रमित पाए गए.वहीं 3 हजार 501 लोगों ने इस बीमारी के आगे घुटने टेक दिए. एक राहत की खबर यह है कि 2 लाख 91 हजार 484 कोरोना संक्रमितों ने बीते 24 घंटे में corona को मात दे कर स्वस्थ हो गए लेकिन अभी आंकड़ों पर बिना गए सिर्फ एक ही बात को सोचना होगा की corona की रफ्तार अभी थमी नहीं है और यह दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है. वर्तमान में भारत में एक्टिव मरीजों की संख्या यानी कि जो मरीज corona से संक्रमित हैं और जिनका इलाज अभी जारी है 31 लाख 64 हजार 885 तक पहुंच गई है. जोकि अत्यंत ही चिंता का विषय है.पहले भारत में 4 से 5 राज्य ही ऐसे थे जहां की स्थिति बुरी थी लेकिन अब लगभग सभी राज्यों की स्थिति खराब होती जा रही है जिसमें दिल्ली यूपी और महाराष्ट्र की स्थिति सबसे ज्यादा भयावह है.दिल्ली में बीते 24 घंटों में 24 हजार से भी ज्यादा कोविड-19 से संक्रमित नए मरीज पाए गए जबकि लगभग 400 के करीब लोगों की मौत इस महामारी से हो गई. दिल्ली में अब एक्टिव मरीजों की संख्या 97 हजार 977 है.
कहीं कुत्तों की कब्रगाह बनी इंसानों की श्मशान भूमि तो कहीं फुटपाथों पर जल रही हैं चिताएं
दिल्ली में तो अब लोगों के लिए श्मशान और कब्रिस्तान में भी जगह उपलब्ध नहीं हो रही है.इसी घटनाक्रम में एक बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया जिसमें की दिल्ली के द्वारका स्थित कुत्तों के लिए बनाए गए कब्रगाह को श्मशान भूमि के रूप में इस्तेमाल करने की मंजूरी दी गई है. यहां एक बात बता देना जरूरी है कि इस कब्रगाह को डॉग क्रिमिनेशन के लिए बनाया गया था लेकिन अभी यहां इसकी शुरुआत नहीं हुई है यह लगभग 4 एकड़ में फैला है.
ऐसी ही स्थिति कर्नाटक की भी है जहां कि राज्य सरकार ने निर्देश जारी किया है कि अब लोग अपने घर के आस-पास या फिर खेतों में भी शवों की अंतिम क्रिया संपन्न कर सकते हैं. दैनिक भास्कर की एक खबर के मुताबिक दिल्ली से सटे गाजियाबाद की स्थिति और भी ज्यादा भयावह है यहां पर एक कतार में 35 से ज्यादा शव हिंडन नदी के किनारे स्थित श्मशान घाट के फुटपाथ पर चलाए जा रहे थे.
वहीं BENGAL ELECTION में अभी तक के जो भी एग्जिट पोल के परिणाम आ रहे हैं उसके हिसाब से ममता बनर्जी की सरकार बनती दिख रही है. लेकिन इस बार बीजेपी को सीटों के साथ-साथ मत प्रतिशत में भी जबरदस्त बढ़त हासिल होती दिख रही है.
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