असम में दूसरे फेज का इलेक्शन हो चुका है जिसमें लगभग 80.83% की वोटिंग हुई है पहले चरण के मतदान में 72.14% वोट पड़े थे. अब उम्मीदवारों का भाग्य EVM में बंद है और इस ईवीएम की सुरक्षा की जिम्मेदारी ELECTION COMMISION की है.
लेकिन असम के पथरकंडी की एक घटना ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक निजी गाड़ी में ईवीएम पायी गयी है यह गाड़ी भाजपा के उम्मीदवार और वर्तमान विधायक कृष्णेन्दु पाल की बताई जा रही है.
जब अधिकारियों से पूछा गया तो उनका कहना है हमारी गाड़ी रास्ते में खराब हो गई थी इस कारण हमें लिफ्ट लेनी पड़ी. इस प्रकार की सफाई के बाद मामला सुलझने की बजाय और उलझ गया है.
इलेक्शन कमीशन ने मामले का संज्ञान लेते हुए चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. यहां एक बात ध्यान देने योग्य है कि आदर्श आचार संहिता के लागू होते ही सरकार और प्रशासन पर कई अंकुश लग जाते हैं.
सरकारी कर्मचारी चुनावी प्रक्रिया पूरी होने तक निर्वाचन आयोग के कर्मचारी बन जाते हैं. वे आयोग के मातहत रह कर उसके दिशा निर्देश पर काम करते हैं.
जिन चार अधिकारियों को निलंबित किया गया है उनमें एक पीठासीन अधिकारी भी शामिल हैं. चुनाव आयोग ने सभी ईवीएम को सुरक्षित बताया है और कहा है इनसे किसी भी प्रकार की कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है.
हालांकि एहतियातन राताभरी विधानसभा सीट के INDIRA M.V.SCHOOL के बूथ नंबर 149 के मतदान को रद्द कर दिया गया है और पुनः मतदान कराने की घोषणा की गई है.
मालूम हो कि असम में 15वीं विधानसभा चुनाव के लिए तीन चरणों में 27 से 6 अप्रैल तक मतदान कराया जा रहा है जिसमें 126 सीटों पर चुनाव होना है.
अगर बात वर्तमान विधानसभा की करें तो वर्तमान में यहां भाजपा गठबंधन (NDA) की सरकार है. वर्तमान विधानसभा में 71 सीट NDA के पास है और 43 सीट यूपीए के पास है.
ईवीएम गाड़ी में मिलने की सूचना लोकल पत्रकारों द्वारा सोशल मीडिया पर वीडियो डालने के बाद मिली.
मालूम हो कि बिहार चुनाव के दौरान भी सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हुए थे जिनकी सत्यता की पुष्टि अभी भी संदेह के घेरे में है.
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने इलेक्शन कमिशन से कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने का आग्रह किया है. साथ ही साथ प्रियंका गांधी ने ट्वीट के द्वारा इलेक्शन कमीशन की कार्यशैली पर पर भी संदेह जताया है.
प्रियंका गांधी ने एक वीडियो TWEET किया है जो कि सोशल मीडिया पर वायरल है.
“बता दें की द भारत बंधु इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता”..
Every time there is an election videos of private vehicles caught transporting EVM’s show up. Unsurprisingly they have the following things in common:
1. The vehicles usually belong to BJP candidates or their associates. ….
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 2, 2021
इस घटना के सबंध में इलेक्शन कमीशन ने जिला निर्वाचन पदाधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को कहा है.
वही बंगाल इलेक्शन में भी TMC के साथ-साथ कई विपक्षी दलों ने ईवीएम पर सवाल उठाए हैं. अभी हाल ही में टीएमसी में शामिल भाजपा के पूर्व नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने इलेक्शन कमिशन को ज्ञापन सौंपा जिसमें शांति और सुचिता पूर्ण तरीके से मतदान को करवाने की मांग की है.
कल बंगाल की मुख्यमंत्री और नंदीग्राम से विधायक पद की उम्मीदवार ममता बनर्जी ने एक बूथ पर तनावपूर्ण माहौल के बीच इलेक्शन कमिशन को चिट्ठी लिखी थी.
ममता बनर्जी का कहना था कि उन्होंने इलेक्शन कमिशन को बहुत सारे पत्र लिखें हैं लेकिन इलेक्शन कमीशन से कोई जवाब प्राप्त नहीं होता है जो कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए सही नहीं है.
कल की एक घटना में ममता बनर्जी ने अपनी सुरक्षा को लेकर बंगाल के राज्यपाल को फोन कॉल लगा दिया था और उनसे अपनी सुरक्षा की मांग की थी. गृह मंत्रालय ने ममता बनर्जी की सुरक्षा को और चाक-चौबंद कर दिया है.
इस बार बंगाल चुनाव कई मायने में महत्वपूर्ण है लग रहा था कि मुकाबला त्रिकोणीय हो जाएगा क्योंकि कांग्रेस और लेफ्ट दल एक साथ आ गए थे. लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि मुख्य मुकाबला ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी और बीजेपी के बीच है अब देखना यह है कि 2 मई को चुनावी जीत का सेहरा किसके सर बंधेगा.