Sakshi Malik Left the wrestler Protest:पहलवानों के आंदोलन से साक्षी मलिक के नाम वापस लिए जाने को लेकर बड़ी खबर जानिए पूरी खबर
Sakshi Malik Withdraw her name: पहलवानों के द्वारा किया जा रहा आंदोलन(Wrestler Protest) अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है. जहां थोड़ी देर पहले यह खबर चलाई गई थी कि नाबालिक लड़की ने बृजमोहन सिंह पर लगाए गए आरोप वापस ले लिए हैं और अपना नाम भी वापस ले लिया है. अभी-अभी एक खबर और आई है कि जिसमें यह कहा गया कि इस आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेने वाली साक्षी मलिक(Sakshi Malik News) ने आंदोलन से अपना नाम वापस ले लिया है. यह खबर तब चली जब साक्षी मलिक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर लौटी. खबरों में यह भी चलाया गया कि साक्षी मलिक ने विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया का साथ छोड़ दिया है और आंदोलन से अपना नाम वापस ले लिया है साथ ही साक्षी मलिक ने रेलवे में अपनी नौकरी भी ज्वाइन कर ली है.
जैसे ही साक्षी मलिक के आंदोलन छोड़ने को लेकर टीवी मीडिया में खबरों को चलाया गया सब तरफ हंगामा मच गया. लोग सवाल पूछते हुए नजर आए. कुछ लोगों का कहना था कि साक्षी मलिक आंदोलन से अपना नाम वापस ले लेगी यह तो पहले से ही तय था. आंदोलन सिर्फ महज एक दिखावा था और किसी को बदनाम करने की साजिश थी. तो वहीं दूसरा धड़ा कहने लगा कि साक्षी मलिक पर जरूर कुछ जवाब दिया गया होगा जिस कारण साक्षी मलिक ने आंदोलन से अपना नाम वापस ले लिया.
साक्षी मलिक के आंदोलन(Wrestler Protest) से नाम वापस लिए जाने को लेकर खबरें चल ही रही थी कि साक्षी मलिक(Sakshi Malik) की सफाई भी सामने आ गई. जिसके बाद सारी तस्वीर साफ हो गई. साक्षी मलिक ने ट्वीट कर यह बतलाया है कि जो खबरें चलाई जा रही हैं वह पूरी तरह से बेबुनियाद है और आंदोलन तब तक चलता रहेगा जब तक कि न्याय नहीं मिल जाता.
https://twitter.com/SakshiMalik/status/1665645066105544705?s=20
इस खबर को छोटे मीडिया संस्थानों के अलावे बड़े बड़े मीडिया घरानों ने भी ब्रेकिंग न्यूज़ की तरह चलाई थी. अब यह सवाल उठने लग गया है कि आखिर गलत खबरों को मीडिया ब्रेकिंग न्यूज़ कहकर कैसे चला सकता है. क्या मीडिया की कोई जिम्मेदारी नहीं बनती है कि वह गलत खबरों को पहले जांच लें उसके बाद चलाए.
लेकिन चर्चा इस बात पर भी है कि मीडिया में जो भी खबरें आती है उसके पीछे कुछ ना कुछ कारण जरूर रहता है अब देखना यह है कि इस आंदोलन का भविष्य क्या होगा क्योंकि किसानों ने जब हरिद्वार जाकर पहलवानों से गंगा नदी में मेडल ना बहाने की मांग की थी और उनसे 5 दिनों का समय मांगा था उस वक्त और आज बहुत सारी चीजें बदल चुकी हैं.
आज बजरंग पुनिया ने किसानों से आग्रह किया कि आंदोलन कर लेकर आगे किसी भी प्रकार का कोई बड़ा निर्णय ना लें और यह फैसला बजरंग पुनिया ने गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के बाद दिया. जिसके बाद यह कयास लगाए जाने लगे कि गृह मंत्री के साथ हुई बातचीत में जरूर कुछ ना कुछ बड़े निर्णय पर पहुंचा गया है जिसके बाद अब आंदोलन भी समाप्त हो जाएगा और पहलवान आस्वत होकर अपने-अपने घर चले जाएंगे.