OYO Hotels Fined More than 100 Crore: OYO Hotels और Make My Trip पर बड़ी कार्यवाही कई सौ करोड़ का जुर्माना CIC की जांच में कई बातों का हुआ खुलासा ,ओयो होटल्स सर्च रिजल्ट में टॉप पर बने रहने के लिए मेक माय ट्रिप का लेता था सहारा
OYO Hotels Fined More than 100 Crore: ओयो होटल और मेक माय ट्रिप आज एक जाना पहचाना नाम है. अगर बात OYO Hotels की करें तो बड़े शहरों से लेकर छोटे कस्बों में भी ओयो होटल आसानी से और कम पैसे में मिल जाता है.
इन सब के बीच बहुत कम लोगों को पता होगा कि बीते कई सालों से ओयो होटल प्रबंधन पर यह आरोप लग रहे थे कि वह मुनाफा कमाने के लिए अन्य होटल व्यवसायियों को नुकसान पहुंचा रहा है. और इस काम में मेकमायट्रिप की भूमिका भी संदिग्ध थी.
दरअसल मेक माय ट्रिप अपने सर्च बार में ओयो होटल्स को टॉप पर रखता था. जिससे अन्य होटल पार्टनर को बुकिंग में नुकसान उठाना पड़ता था और इससे एक अस्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा का माहौल पैदा होता था.
भारत में किसी भी व्यापार में एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बनी रहे इसके लिए कंपनियों को कुछ नियम कानून के तहत कार्य करने होते हैं. इससे सभी कारोबारी को बराबर का मौका मिलता है.
जब भी कोई कंपनी अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए गलत प्रतिस्पर्धा का सहारा लेती है तो भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग(CIC) इसकी जांच करता है और दोषियों पर जुर्माना भी लगाता है.ऐसा इसलिए जरूरी है कि सबको व्यापार में बराबर का मौका मिलता रहे और किसी को भी किसी दूसरे की गलत नीतियों की वजह से नुकसान न उठाना पड़े.
CIC ने अपनी जांच में यह पाया कि ओयो होटल्स से अन्य होटल व्यवसायियों को नुकसान हुआ है और ओयो होटल्स ने फायदा कमाने के लिए अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा का रास्ता चुना. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने ओयो होटल पर 108.88 करोड का जुर्माना लगाया.
Make My Trip पर भी गलत अनुबंध को लेकर जुर्माना: मेक माय ट्रिप पर भी अपने अन्य पार्टनर पर अव्यवहारिक और अनुचित अनुबंध को थोपने को लेकर प्रतिस्पर्धा आयोग ने ने 223.48 करोड़ का जुर्माना लगाया.
दरअसल मेकमायट्रिप अपने साथ जुड़े होटल पार्टनर को अपने साथ जोड़ने के लिए एक एग्रीमेंट पर साइन करवाता था. जिसके तहत होटल पार्टनर को मेकमायट्रिप के अलावा किसी अन्य माध्यम से अपने होटल की बुकिंग करने पर मेकमायट्रिप के अनुसार ही अपने होटल के रेट को तय करना होता था.