PM Modi Birthday Celebration Without Cake: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को लेकर BJP शीर्ष नेतृत्व ने लिया बड़ा फैसला cake काटने की सख्त मनाही, जानिए ऐसा क्यों!!
17 सितंबर को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन (PM Modi Birthday Celebration )मनाया जाता है और अन्य सालों के भांति इस बार भी भाजपा कार्यकर्ताओं में जन्मदिन मनाने को लेकर भारी उत्साह का माहौल है. लेकिन भाजपा सिर्फ नेतृत्व में एक सख्त निर्देश जारी किया है जिसके बाद खासकर भाजपा समर्थित युवाओं में निराशा है.
BJP प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन(PM Modi Birthday) को 17 सितंबर से 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती(Gandhi Jayanti 2022) तक सेवा पखवाड़े(Seva Pakhwara) के रूप में मनाएगी. जिसके अंतर्गत वृक्षारोपण साफ-सफाई जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं(BJP Workers) को यह निर्देश जारी किया गया है कि पीएम मोदी के जन्मदिन पर केक काटने(No Cake On PM Modi Birthday) जैसे कार्यक्रमों से पूरी तरह से परहेज करें. प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के अवसर पर सेवा पखवाड़े में रक्तदान शिविरों(Blood Donation) का भी आयोजन किया जा रहा है.
पिछली बार प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर रिकॉर्ड टीकाकरण अभियान चलाया गया था. जिसमें 1 दिन में ढाई करोड़ से अधिक टीके लगाए गए थे. उसके बाद Vaccine की संख्या और अन्य दिनों में कम टीके लगाए जाने को लेकर यह मामला विवादों में भी आ गया था.
बताते चलें कि 17 सितंबर यानी प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के दिन खुद प्रधानमंत्री मोदी अपने गृह राज्य गुजरात में रहेंगे. जहां वो अहमदाबाद अपनी मां के पास आशीर्वाद लेने जाएंगे साथ ही 17 सितंबर को ही प्रधानमंत्री मोदी मध्य प्रदेश(MP) के कूनो नेशनल पार्क(Kuno National Park) में नामीबिया से भारत लाए गए 3 नर और 5 मादा कुल मिलाकर आठ चीतों को छोड़ने के कार्यक्रम में भाग लेंगे.
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा यह साफ कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन को सेवा पखवाड़े के रूप में मनाया जाए और जन कल्याणकारी कार्यक्रमों पर लोग केंद्रित रहेंं. साथ ही पत्रों द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं को यह बताया जा रहा है कि वह बूथ लेवल तक जाकर इस पखवाड़े के दौरान केंद्र की योजनाओं के बारे में लोगों को समझाएं.
प्रधानमंत्री मोदी का गुजरात दौरा इस बार बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि गुजरात में आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर रखी हैं. आम आदमी पार्टी लगातार अपने प्रचार अभियान से बीजेपी को मात देने की कोशिश कर रही है. इस कारण ऐसा लग रहा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस बार का गुजरात दौरा व्यक्तिगत से ज्यादा राजनीतिक रहेगा.