Lucknow Lulu Mall Strict On Religious Activity:लुलु मॉल के भीतर नमाज़ पढ़े जाने को लेकर उत्पन्न हुए विवाद के बाद लुलु मॉल प्रशासन की खुली नींद, लुलु मॉल के भीतर धार्मिक क्रियाकलापों पर प्रतिबंध, जगह-जगह चिपकाए नोटिस
लखनऊ का चर्चित लुलु मॉल (Lucknow Lulu Mall ) एकाएक मॉल के भीतर नमाज़ पढ़े जाने को लेकर विवादों में घिर आया था. यहां कुछ लोगों ने मॉल परिसर में नमाज अदा की थी. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था.
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ लोगों की तरह तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगी. मालूम हो कि लुलु मॉल बीते 10 जुलाई को लखनऊ में खुला है. लुलु मॉल के खुलते ही लुलु मॉल पर यह आरोप लगा कि लुलु मॉल किसी खास धर्म के लोगों को ज्यादा तवज्जो दे रहा है और इसके 70% से अधिक कर्मचारी एक विशेष धर्म से ताल्लुक रखने वाले हैं.
यह विवाद अभी थमा भी नहीं था कि लुलु मॉल परिसर में नमाज़ पढ़े जाने का वीडियो तेजी से वायरल होने लगा. इस वीडियो के वायरल होने के बाद कई हिंदुत्ववादी संगठन भी मॉल के भीतर हनुमान चालीसा पढ़ने की मांग करने लगे.
बीते शुक्रवार को एक हिंदू संगठन के कुछ लोग लुलु मॉल के भीतर हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए पहुंचे थे लेकिन पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए उन्हें मॉल के गेट पर ही रोक लिया और हिरासत में ले लिया.
लुलु मॉल प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए और धार्मिक सौहार्द्र ना बिगड़े इसके लिए एक बड़ा कदम उठाया है. लुलु मॉल ने अपने परिसर में किसी भी प्रकार की धार्मिक गतिविधि न करने की हिदायत दी है. इस संबंध में मॉल के भीतर जगह-जगह नोटिस भी चिपका दिए गए हैं.
मालूम हो कि बीते 10 जुलाई को लुलु ग्रुप(Lulu Group) ने लखनऊ में अपना पहला मॉल(Lulu Mall) खोला और इसके उद्घाटन समारोह में खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे.लुलु ग्रुप के हेड युसूफ अली हैं और ये भारतीय मूल के हैं.
जब Lulu Mall में एक खास वर्ग के कर्मचारियों काम पर रखे जाने को लेकर सवाल किया गया तो लुलु मॉल के प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कर्मचारियों की नियुक्ति में किसी प्रकार का भेद भाव नहीं किया गया है. और इसके लिए पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया है.